Roti For Diabetic: इन 4 आटे को मिलाकर बनाएं रोटी, डायबिटीज में खाने के बाद नहीं बढ़ेगा ब्लड शुगर 

Written By ऋतु सिंह | Updated: May 11, 2024, 06:45 AM IST

डायबिटीज में कौन सी रोटी खानी चाहिए

Flour For Blood Sugar: गेहूं के आटे में अगर आप तीन तरह का और आटा मिला लें तो इससे आपका शुगर लेवल मैनेज रहेगा और खाने के बाद शुगर स्पाइक नहीं होगा.

Best Roti For Diabetes: डायबिटीज में गेहूं की रोटी खाने से शुगर बढ़ने का खतरा रहता है लेकिन अगर गेहूं में 3 चीजों से बना आटा मिक्स कर लें तो डायबिटीज में ब्लड शुगर को बढ़ने से रोक सकते हैं.  आइए जानें कि आप शुगर मेंटेन रखने के लिए कौन सा आटा इस्तेमाल कर सकते हैं.  

खास बात ये है कि ये 3 तरह के आटे से आपके शरीर में कार्ब्स कम और प्रोटीन के साथ फाइबर ज्यादा जाएगा. डायबिटीज केयर कम्युनिटी (Diabetes Care Community) के अनुसार इससे बनी रोटी खाते ही ये तुरंत फ्रूक्टोज में नहीं बदलेगी और इस रोटी को खाने के बाद धीमी गति से ब्लड में शुगर पहुंचेगा. तो चलिए जानें कौन से चीजों से बना आटा आप गेहूं में मिक्स करें.

चने का आटा
चने के आटे में ठंडक देने वाले गुण होते हैं. इसलिए अगर आप गर्मी के दिनों में रोजाना गेहूं के आटे में चने का आटा मिलाकर खाएं तो इससे गर्मी से राहत मिल सकती है. शरीर ठंडा हो जाता है. आप 25 से 50 प्रतिशत तक गेहूं का आटा कहीं भी प्राप्त कर सकते हैं. 

रागी का आटा 
रागी और गेहूं के आटे की चपाती सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है. चने के आटे को गेहूं के आटे में 25 प्रतिशत तक मिला लें और फिर इस आटे को अच्छी तरह मिलाकर चपाती बना लें. इन रोटियों का स्वाद भले ही थोड़ा अलग हो लेकिन ये सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती हैं. आप चाहें तो रागी और गेहूं के आटे को मिलाकर भी एक कंटेनर में रख सकते हैं. या फिर आप रोजाना आटा गूंथते समय आवश्यकतानुसार रागी का आटा मिला सकते हैं. ये रोटियां हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करती हैं. 

सोयाबीन का आटा
अगर आपके घर में छोटे बच्चे हैं तो गेहूं के आटे में थोड़ा सा सोयाबीन का आटा मिला लें. यह चपाता प्रोटीन से भरपूर होता है. साथ ही इससे चपातियां मुलायम बनी रहती हैं. 500 ग्राम सोयाबीन के आटे को 2 किलो गेहूं के आटे में मिला लें. 

रागी, सोयाबीन और चने के आटे को गेहूं के आटे के साथ मिलाकर बनाई गई चपाती के कई स्वास्थ्य लाभ हैं. आइए विस्तार से जानते हैं

डायबिटीज के मरीजों को हमेशा गेहूं की चपाती खाने की सलाह दी जाती है. इसी तरह, यदि आप इस आटे को गेहूं के आटे के साथ मिलाते हैं, तो इसमें गेहूं की मात्रा कम हो जाती है और यह मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद है. यह ब्लड शुगर लेवल को कम करने में भी फायदेमंद है. 

मल्टीग्रेन आटे में मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत बनाने वाले गुण होते हैं. इसमें प्रोटीन और कैल्शियम अधिक होता है. जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है. 

अच्छी सेहत के लिए सबसे जरूरी है पाचन तंत्र. यह आटा आपके पाचन तंत्र को सुचारू बनाने में मदद करता है. अगर आपको कब्ज की समस्या है तो इन तीन आटे को गेहूं के आटे में मिलाकर खाएं. इन आटे में फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. साथ ही कब्ज की समस्या भी दूर हो जाती है. 

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(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.