यूरिक एसिड के कारण उंगलियों और पैर की उंगलियों में दर्द होता है. यह एक प्रकार का रसायन है जो भोजन में पाए जाने वाले प्यूरीन के कारण शरीर में उत्पन्न होता है. रोजाना खाने में इस्तेमाल की जाने वाली कई चीजों में प्यूरीन मौजूद होता है और इसलिए शरीर में प्यूरीन जमा होने का खतरा ज्यादा होता है.
यूरिक एसिड लेवल का बढ़ना खतरे की घंटी है. रक्त में इसका स्तर बढ़ने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. हालांकि यह गंदा पदार्थ पेशाब के साथ बाहर निकल जाता है, लेकिन कभी-कभी ऐसा नहीं होता है. परिणामस्वरूप यह जोड़ों में क्रिस्टल बनाता है, जिससे गठिया और किडनी स्टोन और कि़डनी खराबी का खतरा बढ़ जाता है.
गर्मियों में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या बढ़ जाती है क्योंकि अक्सर तेज धूप में हमें बहुत पसीना आता है. इन दिनों में पर्याप्त पानी न पीने से खून पर असर पड़ता है, जिससे यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है. कम पानी पीने से मूत्र और यूरिक एसिड की मात्रा कम हो जाएगी, जिससे गठिया हो सकता है.
यूरिक एसिड कम करने के उपाय क्या हैं? गर्मियों में यूरिक एसिड को कम करने या नियंत्रित करने के लिए आप कुछ सब्जियों का सेवन बढ़ा सकते हैं. इसमें पानी और फाइबर की मात्रा अधिक होती है और यह गठिया रोगियों के लिए भी एक अच्छा विकल्प है.
यूरिक एसिड बढ़ने के कारण
आमतौर पर हमारी किडनी यूरिक एसिड को फिल्टर करके शरीर से बाहर निकाल देती है. लेकिन, जब यूरिक एसिड की मात्रा बहुत अधिक हो जाती है, तो किडनी के लिए इसे फ़िल्टर करना मुश्किल हो सकता है. ऐसे में आप कुछ ऐसी सब्जियों का सेवन बढ़ा सकते हैं जो शरीर से यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करती हैं.
ये सब्जियां तेजी से कम करती हैं यूरिक एसिड
गाजर
विटामिन और डाइटरी फाइबर से भरपूर गाजर खाने से यूरिक एसिड की समस्या से राहत मिलती है. गाजर खाने से यूरिक एसिड पैदा करने वाले एंजाइम्स को कम करने में मदद मिलती है.
मेथी
एक पौष्टिक सब्जी है जो यूरिक एसिड क्रिस्टल को कमजोर करती है और उन्हें शरीर से आसानी से निकालने में मदद करती है.
लौकी
सब्जियों में विटामिन के साथ-साथ आहार फाइबर भी होता है. इससे शरीर में यूरिक एसिड का स्तर कम हो जाता है.
कद्दू
कद्दू विटामिन सी, बीटा-कैरोटीन और ल्यूटिन जैसे एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. ये एंटीऑक्सिडेंट शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं, जिससे यूरिक एसिड का स्तर कम हो सकता है. इसके अलावा कद्दू में मौजूद फाइबर मेटाबॉलिक रेट को बढ़ाता है और प्यूरिन के पाचन में मदद करता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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