Best Utensil For Cooking: किस धातु के बर्तन में खाना पकाना है हेल्दी, आयरन, तांबा, कांस क्या है शुद्ध

Written By सुमन अग्रवाल | Updated: Dec 03, 2022, 01:21 PM IST

Best Utensil For Cooking- आप जिन बर्तनों में खाना खा बनाते हैं वो कितना हेल्दी और शुद्ध है, आईए जानते हैं किस धातु के बर्तन फायदेमंद होते हैं

डीएनए हिंदी: Best Utensil To Cook- हम जो खाते हैं और जैसे खाना पकाते हैं, इसपर हमारा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य (Physical Mental Health) काफी हद तक प्रभावित होता है, इसलिए जैसे खाने के पोषक तत्व हमारे लिए बहुत जरूरी है, ठीक वैसे ही जिस बर्तन में खाना पकाया जाता है उसका भी ध्यान देना जरूरी है. इससे हमारे शरीर में कई फायदे और नुकसान होते हैं. धार्मिक रूप से भी अगर देखें तो खाने की शुद्धता और अशुद्धता भी बर्तन पर काफी निर्भर करती है. इसलिए भोजन के साथ साथ धातु का उपयोग भी बेहत सोच समझकर करना चाहिए . हम आपको बताते हैं कि किस धातु के बर्तन में खाना पकाना चाहिए किसमें नहीं 

सोना

सोना एक महंगी धातु है. सोना लाल, सफ़ेद, और पीले रंग में उपलब्ध होता है लेकिन भारत में सबसे ज्यादा पीला सोना ही प्रयोग में आता है. सोने के बर्तन में पहले के राजा महाराजा के महलों में भोजन बना करते थे लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं है. सोना एक गर्म धातु है, सोने से बने पात्र में भोजन बनाने और करने से शरीर के आन्तरिक और बाहरी दोनों हिस्से कठोर, बलवान, ताकतवर और मजबूत बनते है

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चांदी 

कई लोग आज भी चांदी के बर्तनों का इस्तेमाल करते हैं, चांदी एक ठंडी धातु है, जो शरीर को आंतरिक ठंडक पहुंचाती है. शरीर को शांत रखती है. इसके पात्र में भोजन बनाने और करने के कई फायदे होते हैं,  जैसे दिमाग तेज होता है, आंखों स्वस्थ रहती है, आंखों की रौशनी बढ़ती है. 

कांस 

चांदी के बाद कांस का नाम लिया जाता है, आज भी पूजा पाठ के दौरान कांस के बर्तनों का इस्तेमाल होता है, जब घर में मेहमान आते हैं तो इन बर्तनों का उपयोग होता है. कांस में खट्टी चीजें नहीं बनानी चाहिए, इससे खाना विषैला हो जाता है और नुकसान करता है 

तांबा 

कांस के बर्तन के बाद तांबे का नाम आता है. इस पात्र का पानी रोग मुक्त बनता है,रक्त शुद्ध करता है, स्मरण-शक्ति अच्छी रखता है, लीवर संबंधी समस्या दूर करता है, तांबे का पानी शरीर के विषैले तत्वों को खत्म कर देता है इसलिए इस पात्र में रखा पानी स्वास्थ्य के लिए उत्तम होता है. तांबे के बर्तन में दूध नहीं पीना चाहिए इससे शरीर को नुकसान होता है.

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पीतल के बर्तन

पानी पीने के लिए पीतल के बर्तन का भी उपयोग होता है. यह सामान्य कीमत की धातु है. इसमें भोजन पकाने और करने से कृमि रोग, कफ और वायुदोष की बिमारी नहीं होती.

लोहा 

घर में लोहे के बर्तन का प्रयोग होता है. इसमें बने भोजन खाने से  शरीर  की  शक्ति बढती है, इसमें आयरन होता है, जिससे शरीर में खून बनता है, लोहा कई रोग को खत्म करता है , पांडू रोग मिटाता है, शरीर में सूजन और  पीलापन नहीं आने देता, कामला रोग को खत्म करता है, और पीलिया रोग को दूर रखता है. लेकिन इसमें खाना खाना नहीं चाहिए, 

स्टेनलेस स्टील 

यह बहुत सुरक्षित और किफायती होता है. आज के समय में हर किसी के घर पर स्टील के बर्तनों में खाना पकता और खाया जाता है. हालांकि खास फायदे या नुकसान दोनों नहीं है.  

कई लोग मिट्टी के बर्तनों में भी खाना पकाते हैं, इन बर्तनों में खाना बहुत ही संभालकर बनाना होता है, लेकिन इसके फायदे बहुत हैं.

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Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.

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