Black Turmeric Benefits: जोड़ों के दर्द और सूजन को गायब कर देगी काली हल्दी, जानें सर्दियों में कैसे करें इस्तेमाल

Written By नितिन शर्मा | Updated: Dec 22, 2023, 10:36 AM IST

हल्दी सिर्फ पीले रंग की नहीं, काली भी होती है. इसमें कई सारे पोषक तत्व पाएं जाते हैं, जो आपके जोड़ों के दर्द से लेकर सूजन, गठिया और दिल से संबंधित बीमारियों को ठीक कर सकते हैं. 

डीएनए हिंदी: (Black Turmeric Health Benefits) हल्दी का नाम लेते ही सभी के सामने पीला रंग सामने आ जाता है. इसकी वजह ज्यादातर घरों में खाने से लेकर पूजा अर्चना और औषधि के रूप में पीली हल्दी का इस्तेमाल होना है. इसमें कई सारे फायदे पाएं जाते हैं, लेकिन हल्दी सिर्फ पीली ही नहीं होती. हल्दी काली भी होती है. यह हल्दी औषधीय गणों से भरपूर होती है. इसके इस्तेमाल करने से जोड़ों में आने वाली सूजन और दर्द से छुटकारा मिल जाता है. यह किसी औषधि से कम नहीं है. हालांकि पीली हल्दी के मुकाबले काली हल्दी महंगी और ज्यादा फायदेमंद होती है. आइए जानते हैं काली हल्दी के फायदे और इस्तेमाल करने का तरीका...

जानें क्या है काली हल्दी

दरअसल काली हल्दी एक जड़ी बूटी की तरह काम करती है. काली हल्दी अंदर से नीले रंग की निकलती है. इसमें कपूर जैसी महक आती है. यह हल्दी बहुत आसानी से नहीं मिलती है. मार्केट में इसकी कीमत भी बहुत ज्यादा होती है. इसकी वजह काली हल्दी का औषधीय गुणों से भरपूर होना है. इसमें करक्यूमिन से लेकर एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में पाएं जाते हैं. यह दर्द और सूजन को कम करता है. 

काली हल्दी के हैं कई सारे फायदे

काली हल्दी में कार्मिनेटिव गुण पाए जाते हैं. यह दर्द और सूजन के अलावा पाचन की समस्याओं को भी दूर करती है. हालांकि इस हल्दी को सब्जी में डालकर नहीं खाया जाता है. यह पाचन तंत्र को बूस्ट करती है. इसकी फंकी लेने पर फंगस, वायरस, संक्रमण और बैक्टीरिया का अंत हो जाता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट तनाव यानी स्ट्रेस और फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं. यह बढ़ती उम्र को रोकने में कारगर साबित होती है. काली हल्दी स्किन के लिए भी किसी दवा से कम नहीं है. यह मुंहासे, एक्जिमा और घावों को ठीक कर सकती है. 

जोड़ों के दर्द और सूजन में ऐसे करें हल्दी का इस्तेमाल

जोड़ों में दर्द, सूजन, गठिया से लेकर दिल से संबंधित बीमारियों से परेशान हैं तो काली का हल्दी काफी रामबाण साबित हो सकती है. हल्दी इन सभी समस्याओं से राहत दिला सकती है. इससे डीजेनरेटीव अर्थराइटिस और सूजन को कम किया जा सकता है. अगर आप भी काली हल्दी का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो जोड़ों दर्द और सूजन के स्थान पर इसका लेप कर लें. इसके लिए काली हल्दी को पीसकर पाउडर बना लें. इसे तेल के साथ मिक्स कर जोड़ों पर लेप करें. इसके अलावा काली हल्दी को स्मूदी या सूप में डालकर भी पी सकते हैं. इसकी चाय बनाकर पीना भी फायदेमंद होता है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)

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