डीएनए हिंदीः डायबिटीज आपके द्वारा खाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट ही ब्लड शुगर को हाई करते हैं इसलिए डाइट में इनकी मात्रा घटा कर हाई रफेज और कम कैलोरी वाले फूड लेने चाहिए. यहां आपको आज उन आयुर्वेदिक हर्बल जूस के बारे में बताने जा रहे हैं जो ब्लड में घुली शुगर को आसानी से डाउन करती हैं और आपके एनर्जी लेवल को हाई कर देती है.
सुबह पूरे दिन के लिए सबसे अच्छा समय होता है और यदि आप इस मेटाबॉलिक विकार यानी डायबिटीज से जूझ रहे हैं तो अपने दिन की शुरुआत एंटी डायबिटीज जूस से करें. यहां आपको ऐसे जूस के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके शुगर को तुरंत कम करने का काम करते हैं. और पूरे दिन ये आपके ब्लड शुगर स्पाइक्स को रोकें रखते हैं. ये जूस आपकी क्रेविंग, एनर्जी लेवल और मूड में सुधार करते हैं .
ब्लड शुगर को तुरंत कंट्रोल करेंगे ये जूस
1. करेला जूस
करेला का जूस डायबिटीज रोगियों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. यह आपके शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है. इसके अलावा, करेले के रस में एक सक्रिय पदार्थ होता है जिसे चारेंटिन कहा जाता है जिसे रक्त-शर्करा कम करने वाले एजेंट के रूप में जाना जाता है. सुबह एक गिलास करेले का रस ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावी ढंग से नियंत्रित और प्रबंधित करने में मदद कर सकता है.
2. मेथी -म का काढ़ा
मेथी और जामुन के बीज स्वाभाविक रूप से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करते हैं. घुलनशील फाइबर और सैपोनिन्स से भरपूर मेथी और फ्लेवोनोइड और फेनोलिक यौगिक जैसे एंटीऑक्सिडेंट से भरे जामुन के बीज पाचन और कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करके ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं. मेथी के बीज कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए भी एक सुपरफूड है. मेथी और जामुन के बीज का पानी त्वचा या त्वचा टैग के मलिनकिरण को सही करने में भी मदद कर सकता है.
3. तुलसी का रस
तुलसी में हाइपोग्लाइकेमिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो डायबिटीज और इसकी जटिलताओं को प्रबंधित करने में मदद करते हैं. तुलसी इंसुलिन संवेदनशीलता और ग्लूकोज मेटाबॉलिक में सुधार करती है और ऑटोइम्यून विकारों को प्रबंधित करने और प्रतिरक्षा में सुधार करने में भी मदद करती है. तुलसी की चाय पानी में उबालकर, तुलसी की कुछ (7-8) पत्तियों, अदरक और नींबू के रस को मिलाकर बनाई जा सकती है.
4.बेल के पत्ते का रस
इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च इन आयुर्वेदा एंड फार्मेसी की स्टडी के अनुसार बेल के पत्ते इंसुलिन प्रोडक्शन में मदद कर सकते हैं, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करते हैं. इसमें स्ट्रांग फाइटोकेमिकल्स भी पाए जाते हैं. यह लिपिड, कोलेस्ट्रॉल और ऑक्सीडेटिव टेंशन लेवल को भी कम कर देता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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