डीएनए हिंदीः अस्वस्थ जीवनशैली, गड़बड़ खानपान, कोलेस्ट्राल के स्तर में वृद्धि और तनाव दिल से जुड़ी कई समस्याओं को जन्म देती हैं, इस वजह से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है. दरअसल दिल के दौरे में ब्लड सर्कुलेशन में बाधा आती है, जिससे ब्लड दिल तक नहीं पहुंच पाता है. पिछले कई सालों में महिलाओं में (CVD Symptoms) हृदय रोग की समस्या तेजी से बढ़ी है. बता दें कि कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (सीवीडी) यानी हृदय धमनीय रोग पुरुष और महिला दोनों के लिए ही मृत्यु का प्रमुख कारण है (Cardiovascular Heart Disease). आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताने वाले हैं कि, महिलाओं में सीवीडी के लक्षण और संकेत क्या हैं. ये समस्या युवास्था में ही महिलाओं में देखने को मिल रहा है, इसलिए इसके बारे में जानकारी होना बहुत ही जरूरी है...
महिलाओं में दिखते हैं ये लक्षण
बता दें कि हृदय की खराबी के प्रति महिलाओं की बढ़ती संवेदनशीलता के बारे में कम जागरूकता के कारण महिलाएं अब युवावस्था में हार्ट फेलियर या दिल से जुड़ी बीमारियों से जुझ रही हैं. इसके अलावा महिलाओं में हृदय रोग के लक्षण पुरुषों से भिन्न होते हैं. उदाहरण के लिए सीने में दर्द होना हार्ट अटैक का आम लक्षण है लेकिन महिलाओं में संभव है कि दूसरे लक्षण ऐसे लक्षण नजर आएं.
- जबड़ों में दर्द होना
- कंधे में दर्द होना
- पीठ के ऊपरी भाग में या पेट के ऊपरी भाग में दर्द होना
- ज्यादा पसीना आना
- चक्कर आना या सिर घूमना
- बांहों में दर्द का अनुभव होना
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महिलाओं में कार्डियोवैस्कुलर रोगों के अन्य जोखिम
- डायबिटीज
- हाई कोलेस्ट्रॉल
- हाई ब्लड प्रेशर
- मोटापा
इन कारणों से बढ़ता है CVD का खतरा
- मानसिक तनाव लेना
- कम नींद लेना
- कम फिजिकल एक्टिविटी होना
- स्मोकिंग करना
- जेनेटिक वजह
- मेनोपॉज इत्यादि
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क्या है CVD का इलाज
बता दें कि हृदय रोग वाली महिलाओं के लिए उपचार के विकल्प बहुत ज्यादा अलग नहीं है. इसके लिए इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी), इकोकार्डियोग्राम, एंजियोग्राफी, और ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी (ओसीटी) डायग्नोसिस की प्रमुख टेक्नोलॉजी हैं. इसके अलावा एक बार हृदय की अवस्था का निदान हो जाने पर, रोग के प्रकार और तीव्रता के आधार पर दवाएं और त्वचीय धमनी मध्यवर्तन (पीसीआइ)/एंजियोप्लास्टी और स्टेंटिंग, या कोरोनरी बाईपास सर्जरी शामिल हो सकती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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