डीएनए हिंदीः अगर आपके ब्लड में गंदे कोलेस्ट्रॉल का लेवल हाई हो गया तो तय ही आपके हार्ट तक जाने वाली नसों में भी ब्लॉकेज हो गई होगी. नसों में वसा का जमा खून को दौरे को स्लो करने के साथ ही खून को गाढ़ा भी बना देता है. ऐसे में ब्लड क्लॉटिंग का खतरा भी होता है जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है.
अगर आपके ब्लड में एलडीएल कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आपको दो तरह के पेड़ की छाल जरूर डाइट में शामिल करनी चाहिए. इन आयुर्वेदिक छाल में एक सुगंधित दालचीनी और अर्जुन की छाल शामिल है. इसे आप पाउडर या काढ़े के रूप में ले सकते हैं.
दालचीनी कैसे कम करती है कोलेस्ट्रॉल
दालचीनी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट गुण बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में सहायक होते हैं. सीलोनीज़ दालचीनी में 0.5% - 1.5% होता है और ये आवश्यक तेल उसी एंजाइम (एचएमजी-सीओए रिडक्टेस) को रोकता है जो स्टैटिन करता है, जिससे लीवर कम कोलेस्ट्रॉल बनाता है. रोज करीब एक चम्मच दालीचीनी पाउडर का प्रयोग कोलेस्ट्रॉल भी कम करताहै और ब्लड सर्कुलेशन को भी सुधारता है. इससे हार्ट पर प्रेशर कम होता है.
अर्जुन की छाल
हृदय रोगियों को अर्जुन की छाल का काढ़ा, सिरप, चूर्ण लेना बहुत फायदेमंद होता है और ये नसों में जमा कोलेस्ट्रॉल को गला कर बाहर निकाल देती है. अर्जुन की छाल ब्लड सर्कुलेशन तेज कर ब्लड क्लॉटिंग को गला देता है और वसा भी नसों से पिघलने लगती है. इससे हृदय रोग में किसी प्रकार के जोखिम की संभावना कम हो जाती है. ब्लड सर्कुलेशन सही होने से शरीर के हर अंगों तक ऑक्सीजन पहुंचने लगाता है. इसलिए ही हाई कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड की समस्या है उनके लिए भी अर्जुन की छाल एक बेहतरीन औषधि मानी गई है.
अर्जुन की छाल का कैसे सेवन करें
एक बर्तन में दूध डालें और फिर उसमें अर्जुन की छाल डाल दें. दूध को तब तक उबालें जब तक की दूध गाढ़ा होकर थोड़ा सा नहीं हो जाता. इसके बाद दूध को गुनगुना होने दे और फिर इसे पी लें. इसे नियमित रूप से डाइट में शामिल करने से हाई कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिल सकती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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