Leg Pain Risk: हमेशा पैरों में दर्द, कमजोरी या फटन होती है? तो इन बीमारियों का है संकेत

Written By ऋतु सिंह | Updated: Oct 12, 2024, 09:13 AM IST

पैर में दर्द होना क्या संकेत देता है

अगर पैर बार-बार दर्द, कमजोरी या फटन हो रहे हैं तो हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते. क्योंकि बड़े पैमाने पर यह समस्या हमें हमेशा के लिए एक किनारे बैठा सकती है. पैरों की कमजोरी से छुटकारा पाने से पहले कारणों को जानना और फिर समाधान ढूंढना सबसे अच्छा है.

क्या आपके पैर कमजोर हो जाते हैं, पैरों में दर्द और सूजन या सुन्नाहट होने लगती है, पैरों में ऐंठन और सूजन आ जाती है तो समझ लें एक नहीं कई तरह की बीमारियां आपको घेर रही हैं.   
ये हैं पैरों की समस्याओं के कारण

  1. अनुचित रक्त संचार
  2. तंत्रिका तंत्र को क्षति
  3. अत्यधिक गतिविधि
  4. ठीक से व्यायाम न करना
  5. वात रोग
  6. सर्जरी के बाद रिकवरी
  7. दवाओं के दुष्प्रभाव
  8. निर्जलीकरण
  9. मधुमेह
  10. रक्ताल्पता
  11. पीठ दर्द
  12. पोषक तत्वों की कमी

कुछ गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के चलते भी होता है दर्द
 
परिधीय धमनी रोग

यह हृदय की रक्त वाहिकाओं को कठोर बनाता है और पैरों में उचित रक्त संचार को रोकता है. मुख्य रूप से रक्त वाहिकाओं में वसा की मात्रा का जमा होना. ऐसा उच्च रक्तचाप, धूम्रपान, मधुमेह, मोटापा, पारिवारिक इतिहास और उम्र के साथ होता है.

सियाटिका

यह भी पैरों के ढीले होने का एक मुख्य कारण है. सबसे पहले दर्द जांघ से शुरू होता है और फिर दर्द एड़ी और पैर तक फैल जाता है. पैरों में कमजोरी के कारण दर्द, जलन और झुनझुनी भी हो सकती है.
 
मायस्थेनिया ग्रेविस और मल्टीपल स्केलेरोसिस

यह एक न्यूरोमस्कुलर रोग है जिसमें हमारे द्वारा ली जाने वाली दवाओं के विषाक्त पदार्थों के कारण मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं. पैरों में लगातार थकान और थकावट रहना. ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
 
पैरों की थकान से कैसे छुटकारा पाएं?

अगर पैरों में कमजोरी है तो घर पर ही कुछ उपचार करके इसे प्राकृतिक रूप से कम किया जा सकता है. देखना है कैसे...

गर्म तेल से मालिश :

अगर आपके पास जैतून का तेल, नारियल का तेल या सरसों का तेल है, तो इसे थोड़ा गर्म करें और दिन में दो बार 10-15 मिनट तक मालिश करें. यह आपके पैरों में रक्त संचार को बढ़ाता है. यह दर्द और सूजन को भी कम करता है. सूजन से राहत दिलाता है.​
 
व्यायाम करें

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि दिन में कम से कम 30 मिनट तक पैदल चलना पैरों के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है. हफ्ते में पांच बार टहलने से पैरों की कमजोरी दूर हो जाएगी. इसके साथ ही आप दौड़ना, तैराकी, जॉगिंग, बाइकिंग, ट्रकिंग आदि करके पैरों की थकान से छुटकारा पा सकते हैं.
 
विटामिन डी लें

केवल पैर ही नहीं बल्कि शरीर के किसी भी हिस्से की मांसपेशियों की थकान को दूर करने के लिए पर्याप्त विटामिन डी का सेवन आवश्यक है. सुबह-शाम धूप में घूमने से हमें प्राकृतिक रूप से विटामिन डी मिलता है. संतरे का रस, सैल्मन, सार्डिन और दूध में विटामिन डी प्रचुर मात्रा में होता है. आप अपने डॉक्टर से विटामिन डी की खुराक के लिए भी पूछ सकते हैं.
 
अधिक पानी पीना शुरू कर दें

निर्जलीकरण से पैरों में थकान और मांसपेशियों में ऐंठन भी हो सकती है. इस प्रकार, अधिक मात्रा में पानी और स्वस्थ पेय, फलों और सब्जियों के रस का सेवन करने से निर्जलीकरण की समस्या खत्म हो जाएगी.
 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

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