दिल्ली-एनसीआर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 को पार कर गया है, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है. दिल्ली का बढ़ता प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुका है. प्रदूषित हवा हमारे स्वास्थ्य के लिए कई तरह के खतरे पैदा करती है, खासकर हमारे फेफड़ों के लिए. हालांकि, आप कुछ आसान उपायों को अपनाकर फेफड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं. आइए यहां जानें फेफड़ों को प्रदूषण सुरक्षित रखने के कुछ खास टिप्स.
प्रदूषण के नुकसान
- प्रदूषित हवा में मौजूद हानिकारक कण और गैसें सांस लेते समय फेफड़ों में चली जाती हैं जिससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों के कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं. इन बीमारियों से सांस लेने में कठिनाई, सीने में दर्द, खांसी और सांस फूलने जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
- प्रदूषण दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाता है. यह दिल की मांसपेशियों को कमजोर कर सकता है और ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है. इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
- प्रदूषण त्वचा को नुकसान पहुंचाता है और त्वचा संबंधी समस्याएं जैसे एक्जिमा, एलर्जी और त्वचा का कैंसर पैदा कर सकता है. प्रदूषित हवा त्वचा को रूखा और बेजान बना सकती है और त्वचा की प्राकृतिक नमी को छीन सकती है.
- प्रदूषण त्वचा को नुकसान पहुंचाता है और एक्जिमा, एलर्जी और त्वचा कैंसर जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है. प्रदूषित हवा त्वचा को रूखी और बेजान बना सकती है और इसकी प्राकृतिक नमी को छीन सकती है.
- प्रदूषित हवा से आंखों में जलन, लालिमा और संक्रमण हो सकता है. इससे आंखें सूखी और थकी हुई महसूस हो सकती हैं और दृष्टि प्रभावित हो सकती है.
- प्रदूषण बच्चों के विकास को नुकसान पहुंचाता है. यह बच्चों के फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है और उनके शारीरिक और मानसिक विकास को धीमा कर सकता है. प्रदूषण बच्चों में सीखने की क्षमता और व्यवहार संबंधी समस्याओं का भी कारण बन सकता है.
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प्रदूषण से बचने के उपाय
- प्रदूषण से बचने के लिए बाहर जाते समय हमेशा N95 मास्क का इस्तेमाल करें. यह मास्क हवा में मौजूद छोटे कणों को फिल्टर करता है और उन्हें हमारे फेफड़ों तक पहुंचने से रोकता है.
- घर के अंदर की हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें. आप घर में पौधे भी लगा सकते हैं, क्योंकि पौधे हवा को शुद्ध करने में मदद करते हैं.
- धूल से बचने के लिए घर को नियमित रूप से साफ करें. धूल के कण एलर्जी और अस्थमा का कारण बन सकते हैं. साफ हवा में सांस लेने से फेफड़े स्वस्थ रहते हैं.
- धूम्रपान फेफड़ों के लिए सबसे बड़ा खतरा है. धूम्रपान न केवल खुद के लिए बल्कि दूसरों के लिए भी हानिकारक है.
- स्वस्थ भोजन खाने से शरीर की इम्युनिटी बढ़ती है, जिससे हम प्रदूषण के दुष्प्रभावों से बेहतर तरीके से लड़ सकते हैं.
- प्रदूषण से बचने के लिए आप योग और व्यायाम कर सकते हैं. रोजाना योग करने से फेफड़े मजबूत होते हैं.
- अगर आपको सांस लेने में कोई समस्या हो रही हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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