डीएनए हिंदी: कई लोगों को खाना खाने के बाद भयंकर आलस और नींद आती है. इसके अलावा पूरा शरीर सुस्त हो जाता है और किसी भी काम में फोकस कर पाना मुश्किल हो जाता है. आमतौर पर ऐसा लगभग सभी लोगों के साथ होता है पर कुछ लोगों में ये दिक्कत ज़्यादा होती है. इस समस्या को आम बोलचाल की भाषा में फूड कोमा (Food Coma) कहा जाता है. वहीं साइंस की भाषा में इसे पोस्टप्रांडियल सोमनोलेंस (Postprandial Somnolence) कहा जाता है, जिसका सीधा मतलब है खाने के बाद नींद या आलस आना. कई लोग लोग फूड कोमा के शिकार हैं. फूड कोमा का सबसे बड़ा लक्षण (Food Coma Symptoms) है खाना खाने के तुरंत बाद भयंकर नींद आना, ज्यादातर लोगों को इसका सामना लंच के बाद करना पड़ता है. आज हम आपको बता रहे हैं कि फूड कोमा क्या है और शरीर में इसके कैसे लक्षण नजर आते हैं...
क्या है फूड कोमा
खाने के बाद कई वजहों से व्यक्ति सुस्त और फूला हुआ महसूस करता है. कई बार ये स्थिति अधिक कार्ब्स के सेवन से भी होती है. इस कंडीशन को ही फूड कोमा कहा जाता है. फूड कोमा में इंसान को भोजन करने के बाद नींद और थकान का अनुभव होता है और ज्यादातर लोगों को दोपहर के खाने के बाद इसके लक्षण आते हैं. आइए आपको बताते हैं क्या है फूड कोमा के कॉमन लक्षण...
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फूड कोमा के कॉमन लक्षण
- नींद आना
- आलस
- थकावट
- एनर्जी की कमी
- फोकस ना कर पाना
क्या है इसकी वजह
मेडिकल साइंस में फूड कोमा को पोस्टप्रांडियल सोमनोलेंस कहा जाता है और यह बहुत ज्यादा खाने के बाद होती है. बता दें कि इसे पोस्ट लंच डिप भी कहा जाता है. इसके अन्य कारणों में ज्यादा खाना, ब्लड सर्कुलेशन में बदलाव, हाई कार्ब्स, फैट और प्रोटीन खाना, दिमाग और स्लीप हॉर्मोन पर खाने का असर शामिल है.
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फूड कोमा से बचाव कैसे करें
- दोपहर में करें हल्का भोजन
- खाने के कुछ मिनटों बाद पानी पिएं
- रात में कम से कम सात घंटे की नींद जरूर लें
- खाने के बाद कुछ कदम वॉक जरूर करें
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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