डीएनए हिंदी: मिट्टी और धूल में अंतर पहचान पाना बहुत ही मुश्किल होता है. लेकिन इनके बीच फर्क को जानना बहुत ही जरुरी है क्योंकि इससे आपको बागवानी और पौधों के विकास में बड़ी मदद मिलती है. दरअसल मिट्टी पौधों के लिए स्वस्थ होती है और धूल पौधे को खराब कर सकती है. इसलिए मिट्टी और धूल के बीच अंतर की पहचान करना बहुत जरूरी है. इससे पौधों का ग्रोथ अच्छे से होता है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि पौधों की सही ग्रोथ के लिए आप कैसे धूल और मिट्टी की पहचान कर सकते हैं, साथ ही जानेंगे धूल और मिट्टी में पौधों के लिए क्या उपयुक्त है.
मिट्टी
अच्छी मिट्टी पौधों के विकास के लिए बहुत ही आवश्यक है. क्योंकि मिट्टी में खनिज, पानी, हवा, कार्बनिक पदार्थ के अलावा बैक्टीरिया, कवक और कीड़े होते हैं, जो पौधों के बढ़ने और फलने-फूलने में मदद करते हैं. साथ ही अच्छी क्वालिटी की मिट्टी में पौधे जल्दी विकास करते हैं. इसके अलावा ये स्वस्थ मिट्टी पानी और पोषक तत्वों को बनाए रखने में भी सक्षम है, जो पौधों की वृद्धि के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है.
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मिट्टी कई तरह की होती है, जिनमें रेत और दोमट मिट्टी आदि शामिल हैं. पौधे की विकास में ये मिट्टी अहम भूमिका निभाती हैं. इसके अलावा मिट्टी का रंग लाल, काला, सफेद और भूरा होता है.
धूल
वहीं धूल भी एक तरह से मिट्टी ही होती है, लेकिन इसे निर्जीव और बेकार मिट्टी कहते हैं. क्योंकि इसमें खनिज और कार्बनिक पदार्थ तो मिल जाते हैं लेकिन इसमें उन जीवों का अभाव होता है जो मिट्टी को गतिशील बनाने का काम करते हैं. साथ ही धूल स्वस्थ मिट्टी की तरह पौधों को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान नहीं करती है. धूल में भारी धातु, कीटनाशक और रसायन जैसे हानिकारक पदार्थ भी हो सकते हैं और ये पौधे में जमा होकर उसे नुकसान पहुंचा सकते हैं.
इसलिए धूल का उपयोग बागवानी के लिए नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि इससे पौधों की वृद्धि व स्वास्थ्य खराब हो सकता है.
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पौधों के लिए मिट्टी सुरक्षित या धूल
पौधे के विकास के लिए मिट्टी को धूल से बेहतर माना जाता है. क्योंकि मिट्टी में तरह-तरह के कार्बनिक व अकार्बनिक पदार्थ होते हैं, जो पौधों के फलने-फूलने के लिए आवश्यक पोषक तत्व और नमी प्रदान करते हैं. साथ ही मिट्टी में धूल की तुलना में नमी की क्षमता भी अधिक होती है. धूल जल्दी सूख जाती है, जिससे पौधों को बढ़ने में मुश्किल होती है और इसमें नमी धारण करने की क्षमता का भी अभाव राहत है. कुल मिलाकर पौधों के लिए धूल सही नहीं होती है.
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