Uric Acid Control: ज्वाइंट्स और ब्लड में रुका यूरिक एसिड यूरिन के जरिए निकलेगा, रोज सुबह पी लें ये चीज

ऋतु सिंह | Updated:Aug 20, 2024, 07:12 AM IST

यूरिक एसिड कैसे कम करें

How to reduce uric acid: शरीर में यूरिक एसिड के बढ़े हुए स्तर को नियंत्रित करने के लिए आप रोज सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में यह खास चीज मिलाकर पी सकते हैं. इससे यूरिन के जरिए आपके शरीर की सारी गंदगी और यूरिक एसिड दोनों निकल जाएगा.

गलत खान-पान और गलत जीवनशैली के कारण आजकल लोगों में हाई यूरिक एसिड की समस्या आम है. यूरिक एसिड शरीर में एक अपशिष्ट उत्पाद है, जो प्यूरीन नामक रसायन के टूटने से उत्पन्न होता है. आम तौर पर, गुर्दे इसे फ़िल्टर करके शरीर से बाहर निकाल देते हैं. लेकिन जब किडनी ठीक से काम नहीं करती तो यह जोड़ों के आसपास क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है.

इससे जोड़ों में दर्द, सूजन, चलने में दिक्कत जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. ऐसे में यूरिक एसिड को नियंत्रित करना बहुत जरूरी हो जाता है. शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने के लिए आपको अपने आहार और जीवनशैली में बदलाव करना चाहिए. इसके अलावा कुछ घरेलू उपायों से भी यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है. तो आइए जानें कि वे क्या हैं.
   
हल्दी वाला पानी कैसे बनाएं?
हल्दी वाला पानी तैयार करने के लिए एक गिलास गर्म पानी में दो चुटकी हल्दी डालकर अच्छी तरह मिला लें. रोज सुबह खाली पेट इसका सेवन करने से यूरिक एसिड कंट्रोल करने में मदद मिलती है. इसके अलावा कुछ अन्य स्वास्थ्य लाभ भी होंगे.

इम्यून सिस्टम मजबूत होता है
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. जो इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है. जिससे आप कई तरह के संक्रमण और बीमारियों से बच सकते हैं. आपको अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए रोजाना खाली पेट हल्दी वाला पानी पीना चाहिए.

यूरिक एसिड कम करने के लिए हल्दी का पानी कैसे फायदेमंद है?

शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने के लिए हल्दी वाले पानी का सेवन बहुत फायदेमंद हो सकता है. इसमें एंटीबायोटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर को कई बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं. जैसे किडनी की फिल्टरेशन पावर बढ़ाता है और आंतों को भी हेल्दी करता है.

इसमें करक्यूमिन नामक यौगिक भी होता है, जो जोड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है. हल्दी वाले पानी का नियमित सेवन शरीर में बढ़े हुए यूरिक एसिड को कम करने में मदद करता है. साथ ही गठिया और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है.

पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है
पोषक तत्वों से भरपूर हल्दी पाचन के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है. इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाचन में सुधार करने में मदद करते हैं. हल्दी वाला पानी पीने से पेट संबंधी कई समस्याएं कम हो जाती हैं.

ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार
डायबिटीज वाले लोगों के लिए हल्दी का पानी रामबाण है. यह रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य रखता है. इसमें मौजूद करक्यूमिन डायबिटीज के खतरे को कम करता है त्वचा को निखारने के लिए हल्दी का इस्तेमाल सदियों से किया जाता रहा है. इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं. हल्दी वाला पानी पीने से त्वचा चमकदार और स्वस्थ रहती है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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