अगर शरीर में गंदे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाए तो इसके लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि शरीर में बदलाव या कुछ समस्याएं इसके लक्षण हैं. महिलाओं को 40 की उम्र के बाद हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होने लगती है. कोलेस्ट्रॉल चिपचिपे रूप में धमनियों में जमा हो जाता है.
खासतौर पर 40 की उम्र के बाद महिलाओं को खास ख्याल रखने की जरूरत होती है. क्योंकि इस दौरान महिलाएं तनाव के साथ-साथ कई शारीरिक बदलावों से भी गुजर रही होती हैं. जैसे, रजोनिवृत्ति, मांसपेशियों में परिवर्तन, मानसिक स्थिति. तो यह सब शरीर पर प्रभाव डालता है. ऐसे में अगर शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाए तो निम्नलिखित लक्षण दिखाई देने लगते हैं.
कौन से लक्षण हैं जो महिलाओं में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर दिखते हैं
आंखों में थकान
कई बार जब कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है तो इसका असर आंखों पर भी देखने को मिलता है. कोलेस्ट्रॉल के कारण दृष्टि धुंधली हो सकती है या रौशनी धीरे-धीरे कम होते जाना और पूरी तरह ख़त्म हो सकती है. इसलिए, आंखों में जलन, लाली और थकान होने पर डॉक्टर से परामर्श करना जरूरी है.
पैर में ऐंठन
पैरों में दर्द उच्च कोलेस्ट्रॉल का सबसे आम लक्षण है. पैरों में दर्द का मुख्य कारण कोलेस्ट्रॉल के कारण पैरों में रक्त वाहिकाओं का अवरुद्ध होना या सिकुड़न होना है. ऐसे में जब महिलाएं चलती हैं या फिजिकल एक्टिविटी करती हैं तो उनके पैरों में दर्द होने लगता है. सामान्य चलने-फिरने से भी पैरों में दर्द की समस्या शुरू हो जाती है.
बहुत अधिक पसीना आना
कुछ लोगों को कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण बहुत अधिक पसीना आने लगता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पूरे शरीर को ऑक्सीजन की सही सप्लाई नहीं मिल पाती है. ऑक्सीजन की कमी का कारण रक्त प्रवाह में रुकावट है. आप शायद जानते होंगे कि खराब कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से कई रक्त वाहिकाओं में रुकावट आती है. यदि आपको सोते समय बहुत अधिक पसीना आ रहा है, तो समय-समय पर अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर की जांच करवाना एक अच्छा विचार है.
छाती में दर्द
कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने पर रक्त वाहिकाएं भी प्रभावित होती हैं. हृदय को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है, जिससे रक्त प्रवाह प्रभावित होता है. ऐसे में कभी-कभी महिला को सीने में दर्द की शिकायत हो सकती है. यहां तक कि कोरोनरी धमनी रोग भी हो सकता है. इसलिए हर महिला को कोरोनरी धमनी रोग के लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए. कई बार सीने के दूसरी तरफ पीठ में भी ये दर्द हो सकता है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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