Worst Food In Uric Acid: यूरिक एसिड में कभी न खाएं ये 5 फूड, किडनी और शरीर का जोड़-जोड़ हो जाएगा धराशायी

Written By ऋतु सिंह | Updated: Apr 03, 2024, 01:53 PM IST

यूरिक एसिड में क्या न खाएं

अगर आप हाई यूरिक एसिड (High Uric Acid) से ग्रस्त हैं तो आपको 5 तरह के फूड कभी भी नहीं खाने चाहिए, क्योंकि ये किडनी डैमेज (Kidney Damage) करने के साथ ही गठिया (Arthritis) का कारण भी बनते हैं.

Food Avoid In High Uric Acid: शरीर में उच्च यूरिक एसिड के स्तर को ठीक करने का एक तरीका यह है कि आप क्या खा रहे हैं, इसके बारे में सावधान रहें. हाई यूरिक एसिड जोड़ों के आसपास जमा हो सकता है जिससे जोड़ों में दर्द, कठोरता और गतिहीनता हो सकती है. यह अंततः हार्ट से लेकर किडनी जैसे अंगों की खराबी शुरू हो जाती है. इसलिए ये जरूर जान लें कि हाई यूरिक एसिड में किन चीजों को खाने से बचना है.

ब्लड में यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर हड्डियों और जोड़ों की क्षति, गुर्दे की बीमारियों को जन्म दे सकता है. यूरिक एसिड प्यूरीन का एक उपोत्पाद है, जो शरीर में प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला पदार्थ है, जो आम तौर पर मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता है. समस्या तब शुरू होती है जब या तो हमारी किडनी यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करने में सक्षम नहीं होती है या हमारा शरीर इसका बहुत अधिक मात्रा में निर्माण कर रहा होता है. 

शरीर में हाई यूरिक एसिड के स्तर को ठीक करने का एक तरीका यह है कि आप क्या खा रहे हैं, इसके बारे में सावधान रहें. कुछ खाद्य पदार्थों में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है और इनसे बचना चाहिए. इस स्थिति से पीड़ित व्यक्ति को फलों और सब्जियों का सेवन करते समय भी सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि उनमें पाया जाने वाला फ्रुक्टोज रक्त में यूरिक एसिड के उत्पादन को उत्तेजित कर सकता है.

यूरिक एसिड के सही स्तर को बनाए रखने के लिए किन चीजों को खाने से बचें

● गोल्डन किशमिश

फ्रुक्टोज प्रति 100 ग्राम: 26.54 ग्राम

किशमिश अंगूर से बनाई जाती है जिसमें प्यूरीन होता है. प्यूरीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करने से गठिया की समस्या और भी बढ़ सकती है और इससे रक्त में यूरिक एसिड का स्तर भी बढ़ जाता है. गठिया से पीड़ित लोगों को इन सूखे मेवों से पूरी तरह बचना चाहिए.

● इमली का गूदा

फ्रुक्टोज प्रति 100 ग्राम: 12.31 ग्राम

हालांकि इमली के गूदे के अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं, लेकिन गठिया की समस्या से पीड़ित लोगों को इसकी सलाह नहीं दी जाती है. फ्रुक्टोज की मात्रा यूरिक एसिड उत्पादन को उत्तेजित करता है जिससे और भी बुरे परिणाम होते हैं.

● सेब

फ्रुक्टोज प्रति 100 ग्राम: 8.52 ग्राम

सेब भी प्राकृतिक फ्रुक्टोज का भंडार है. सेब का बहुत अधिक सेवन गठिया की स्थिति को और भी खराब कर सकता है.

● खजूर

फ्रुक्टोज प्रति 100 ग्राम: 1 5.04 ग्राम

खजूर कम प्यूरीन वाला फल है हालांकि इसमें फ्रुक्टोज की मात्रा अधिक होती है. खजूर का सेवन करना जोखिम भरा हो सकता है क्योंकि ये आपके रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा को बदल सकता है.

● चीकू

फ्रुक्टोज़ प्रति 100 ग्राम: 8.6 ग्राम

इसे हाई फ्रुक्टोज भोजन माना जाता है. इसलिए, अपने यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए चीकू से परहेज करना बेहतर है.

कम फ्रुक्टोज स्तर वाले खाद्य पदार्थ

हालांकि आप हाई यूरिक एसिड को रोकने के लिए इन फलों से परहेज कर सकते हैं, लेकिन कुछ फल ऐसे भी हैं जिन्हें अच्छे परिणाम देखने के लिए आपको अपने दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए. यहां कुछ फल हैं जिनमें फ्रुक्टोज की मात्रा कम होती है:

● काले किशमिश (2.98 ग्राम)

● करौंदा (2.1 ग्राम)

● खरबूजे (0.62 ग्राम)

● आड़ू (1.15 ग्राम)

● अनानास (1.21 ग्राम)

● अनार (1.01 ग्राम)

● स्ट्रॉबेरी (1.9 ग्राम)

यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने के टिप्स

इन फलों के सेवन के अलावा, संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली हाई यूरिक एसिड के खतरे को कम कर सकती है.

1. सोडा ड्रिंक में हाई शुगर होती है, जितना हो सके इनसे बचें.

2. फ्रुक्टोज की मात्रा के कारण फलों के रस से दूर रहें.

3. मादक पेय पदार्थों को ना कहें.

4. चाय या कॉफी का सेवन कम मात्रा में करें.

5. हाई प्यूरीन वाले खाद्य पदार्थ जैसे पालक, ब्रोकोली, हरी मटर, समुद्री भोजन आदि का सेवन कम करना सुनिश्चित करें.

6. लाल मांस एक हाई प्यूरीन वाला भोजन है जिससे बचना चाहिए.

7. पानी का सेवन बढ़ाएं.

8. रोजाना व्यायाम करें और प्रभावित जोड़ों से वजन कम करें.

DNA हिंदी अब APP में आ चुका है.. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.

https://play.google.com/store/apps/details?id=com.idpl.dna&pcampaignid=web_share

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.

देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.