कल यानी 25 मार्च को देशभर में रंगों को त्योहार होली मनाया जाएगा. होली में कई लोग जमकर रंग और गुलाल खेलते हैं. लेकिन, आपको बता दें की बाजार में मिलने वाले रंग और गुलाल (Holi Safety Tips) आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं. खासतौर से अस्थमा (Asthma) के मरीजों के लिए रंग-गुलाल बहुत ही खतरनाक हो सकते हैं. ऐसे में अस्थमा के मरीजों को होली वाले दिन खास सावधानी बरतनी चाहिए (Holi Tips for Asthma Patients). अगर आप अस्थमा के मरीज हैं तो आज हम आपको कुछ ऐसे आसान टिप्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें फाॅलो कर के आप रंग और गुलाल से होने वाले नुकसान से खुद को बचाए रख सकते हैं....
होली में अस्थमा मरीज ऐसे रखें खुद का ख्याल
केमिकल वाले रंगों से बनाएं दूरी
होली पर केमिकल वाले रंग या गुलाल केवल अस्थमा के मरीजों के लिए ही नहीं, बल्कि एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए भी हानिकारक है, इसलिए इन रंगों से दूरी बनाकर रखना आपके लिए सबसे बेहतर उपाय है. क्योंकि इनसे अस्थमा अटैक का खतरा रहता है और सेहत पर इनका काफी बुरा असर पड़ता है. आप चाहें तो इसकी जगह पर पानी वाली होली फिर खेल सकते हैं.
यह भी पढे़ं- Infection से बचना है तो होली खेलने से पहले स्किन पर लगाएं ये चीजें
मास्क पहन कर रखें
अगर आप अस्थमा के मरीज हैं तो होली के दिन मास्क जरूर पहन कर रखें. आप होली खेल रहे हों या नहीं, इस दिन घर में भी मास्क पहनकर रखें. क्योंकि हवा में उड़ने वाला गुलाल आपको सांस से जुड़ी कई समस्याएं पैदा कर सकता है.
इनहेलर पास रखें
अस्थमा के मरीज होली के दिन घर में ही रहें, हालांकि इस दिन घर पर भी मेहमानों के आने-जाने का सिलसिला रहता है, जो थोड़ा-बहुत रंग गुलाल तो लगा ही देते हैं. इसलिए अस्थमा के मरीजों को कोशिश करनी चाहिए को वो इनहेलर को हमेशा अपने पास रखें और दिक्कत होने पर इसे तुरंत इस्तेमाल करें.
यह भी पढे़ं- आपकी होली बेरंग कर सकते हैं बाजार में मिलने वाले रंग, बढ़ सकता है इन बीमारियों का खतरा
ड्रिंक करने से बचें
इसके अलावा होली के मौके पर ड्रिंक करने से बचें. दरअसल अस्थमा के मरीजों के लिए शराब का सेवन बहुत ही ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है. इससे सांस लेने की नली से लेकर सीने में दर्द की समस्या पैदा हो सकती है. इसलिए ड्रिंक करने से बचें.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
DNA हिंदी अब APP में आ चुका है. एप को अपने फोन पर लोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.