सेहत के लिए अमृत से कम नहीं ये जड़ी-बूटी, डायबिटीज से लेकर पथरी तक के लिए कारगर, मिलेंगे चौंकाने वाले फायदे

Written By आदित्य कटारिया | Updated: Oct 02, 2024, 06:57 PM IST

इंद्रजौ के फायदे
 

आयुर्वेद में कई जड़ी-बूटियां हैं जो अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती हैं. इन्हीं में से एक है इंद्रजौ जो कई गंभीर बीमारियों से लड़ने में कारगर साबित हो सकती है.

इंद्रजौ(Indrajau), जिसे कुटज के नाम से भी जाना जाता है, एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसका इस्तेमाल सदियों से कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए किया जाता रहा है. यह एक छोटा झाड़ीनुमा पौधा है जिसके बीजों का इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है. इंद्रजौ में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. इसे त्वचा संबंधी समस्याओं और डायबिटीज(Diabetes) व पथरी जैसी गंभीर समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है. तो आइए यहां जानते हैं इसके फायदे और इसका सेवन कैसे किया जा सकता है.

इंद्रजौ के फायदे

  • इंद्रजौ पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और कब्ज, अपच, और पेट में कीड़े जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है.
  • इंद्रजौ दाद, खुजली आदि त्वचा रोगों को ठीक करने में मदद करता है. यह स्किन को स्वस्थ और चमकदार बनाता है.
  • इंद्रजौ बुखार, सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं को ठीक करने में भी फायदेमंद है. इसका रोजाना सेवन करने से शरीर का तापमान कंट्रोल में रहता है.
  • इंद्रजौ मूत्र संबंधी समस्याओं जैसे पेशाब के दौरान जलन, पेशाब में खून आना आदि से राहत दिलाने में मदद करता है.
  • इंद्रजौ ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है जो  डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है.
  • इंद्रजौ दांत के दर्द और मसूड़ों की सूजन को कम करने में मदद करता है. 
  • इंद्रजौ शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाता है जिससे आप कई बीमारियों से सुरक्षित रह सकते हैं.
  • इंद्रजौ पथरी को तोड़ने और शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है. यह पथरी के कारण किडनी में होने वाली सूजन को कम करने में भी मदद कर सकता है.

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कैसे करें सेवन
इसका सेवन विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है. आइए जानते हैं इंद्रजौ के सेवन के कुछ तरीके:

  • इंद्रजौ के बीजों को पीसकर सूखा चूर्ण बना लें.इस चूर्ण को आप पानी के साथ या शहद के साथ मिलाकर खा सकते हैं. आमतौर पर आधा से एक चम्मच चूर्ण दिन में दो बार सेवन किया जाता है.
  • इंद्रजौ के बीजों को पानी में उबालकर काढ़ा बना सकते है. इस काढ़े को छानकर दिन में दो बार गुनगुना पिएं. आप चाहें तो इस काढ़े में थोड़ा शहद या नींबू का रस भी मिला सकते हैं.
  • इंद्रजौ की गोलियां आयुर्वेदिक दुकानों पर आसानी से मिल जाती हैं. इनका सेवन करने से पहले  अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

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