डीएनए हिंदी : 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा. योग कई तरह केआसनों और प्राणायाम के मेल से बनी हुई प्रक्रिया है. योग की सम्पूर्णता कई तरह की आत्म-अनुशासनात्मक प्रक्रियाओं मसलन ध्यान, मन्त्र जाप, प्रार्थना, आसनों और प्राणायामों को मिलाकर पूरी होती है. योग शब्द का मूल वास्तव में संस्कृत का यज शब्द है. इसका अर्थ होता है 'बांधना'. हालांकि इसका एक व्यापक अर्थ यह भी कहता है कि यह आत्मा और परमात्मा के बीच का बंधन है. इसके अध्यात्मिक और शारीरिक दोनों तरह के फ़ायदे हैं. आइए जानते हैं योग करने के 7 कमाल के लाभ को.
योग शरीर को अधिक लचीला बनाता है
दुनिया भर में किए जा रहे सर्वे और अध्ययनों के मुताबिक़ योग शरीर को बेहद लचीला बना देता है. 2016 में कई शीर्ष योग संस्थानों ने इस बाबत रिसर्च भी की थी. यह पाया गया था कि भिन्न यौगिक आसन शरीर को काफी लचीला बनाते हैं.
यह भी पढ़ें : International Yoga Day 2022: करें ये 6 योग आसन, कंप्यूटर से भी तेज़ चलेगा दिमाग
तनाव से मुक्ति
योग में ध्यान अथवा मेडिटेशन ज़रूरी हिस्सा है. ध्यान तनाव कम करने में काफ़ी मदद करता है. प्राणायाम और भिन्न योग आसन भी तनाव काम करने में मददगार साबित होते हैं. कई मामलों में इसने लोगों की मानसिक अवस्था भी बेहतर की है.
दिल की बीमारियों में हो सकता है फायदा
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौक़े पर यह ख़ुशख़बरी आपके दिल के लिए है. माना जाता है कि योग दिल की बीमारियों का ख़तरा कम करने में बेहद सहायक है. चूंकि प्राणायाम सांस आधारित क्रिया है, यह हृदय की कई गतिविधियों को दुरुस्त रखता है.
योग से आपकी क्षमता भी बढ़ती है
सूर्य नमस्कार और शीर्षासन सरीख़े हमारे शरीर की क्षमता को बढ़ाने में बेहद कारगर हैं. लगातार योगाभ्यास करना शरीर की शक्तियों को काफ़ी बेहतर कर देता है.
कोविड से बचा सकता है योग
योग के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी वजह से शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ती है. इस प्रतिरोधी क्षमता या इम्यूनिटी का बढ़ना कोविड सहित कई अन्य बीमारियों से बचने में मदद करता है.
दूर होती है नींद की बीमारी
योग करना कई बीमारियों से पीछा छुड़ाना है. इन बीमारियों की लिस्ट में इंसोम्निया यानी अनिद्रा की बीमारी भी शामिल है. योग लोगों में जल्द सोने और गहरी नींद लेने की क्षमता को बेहतर करता है. योगासन करने से थका शरीर और ध्यान-प्राणायाम करने से शांत हुआ मन अधिक आसानी से नींद ले सकता है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.