Dengue Treatment: क्या डेंगू में बकरी का दूध होता है रामबाण, प्लेटलेट्स बढ़ाने और कमजोरी दूर करने के लिए क्या करें?

Written By ऋतु सिंह | Updated: Oct 15, 2024, 01:15 PM IST

क्या बकरी का दूध डेंगू में फायदेमंद है?

क्या आपको डेंगू होने पर सचमुच बकरी का दूध पीना चाहिए? क्या यह दूध डेंगू को कम कर सकता है? आइए जानें इस बारे में विशेषज्ञ क्या कहते हैं.

डेंगू  बुखार अपने चरम पर है और अगर जरा सी खानपान या लाइफस्टाइल में लापरवाही की जाए तो तय है जान से भी हाथ धोना पड़ सकता है. डेंगू में अक्सर प्लेटलेट्स गिरने से बचाने के लिए लोग आयुर्वेदिक हर्ब्स का सहारा लेते हैं. इसी क्रम में डेंगू में बकरी के दूध को पीना बेहद फायदेमंद बताया जाता है.

यही कारण है कि डेंगू फैलने पर बकरी के दूध की माँग बढ़ जाती है. क्या आपको डेंगू होने पर सचमुच बकरी का दूध पीना चाहिए? क्या यह दूध डेंगू को कम कर सकता है? आइए जानें इस बारे में विशेषज्ञ क्या कहते हैं. 

क्या बकरी के दूध से डेंगू ठीक हो सकता है?

डॉक्टरों का कहना है कि इसमें कोई शक नहीं कि बकरी का दूध बहुत फायदेमंद होता है. यह पोषक तत्वों से भरपूर है. इसमें गाय के दूध की तुलना में अधिक प्रोटीन, आवश्यक विटामिन, कम लैक्टोज होता है जिसके कारण यह आसानी से पच जाता है लेकिन इसका डेंगू के इलाज से कोई लेना-देना नहीं है.

विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक पौष्टिक विकल्प है, जो शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान कर सकता है, लेकिन यह प्लेटलेट्स बढ़ाने या सीधे डेंगू वायरस के प्रभाव को नियंत्रित करने में मदद नहीं करता है.
 
डॉक्टरों का कहना है कि डेंगू एक स्व-सीमित बीमारी है और आमतौर पर 5 या 6 दिनों के भीतर सामान्य हो जाती है. वहीं, जब मरीज में डेंगू के लक्षण दिखाई देते हैं तो अक्सर तीसरे दिन टेस्ट किया जाता है. जब तक रिपोर्ट आती है डेंगू आए 4 या 5 दिन हो चुके थे. ऐसी स्थिति में प्लेटलेट्स की स्थिति स्वाभाविक रूप से स्थिर होने लगती है. क्योंकि लोग इस दौरान बकरी का दूध, गिलोय, नारियल पानी या पपीते के पत्ते का रस आदि पीते रहते हैं इसलिए बीमारी कंट्रोल होने लगती है लेकिन ये सब लिक्विड डाइट के कारण होता है और इससे प्लेटलेट्स में सुधार भी आता है. इसलिए जितना हो सके डेंगू में तरल चीजें लेनी चाहिए.

डेंगू में लिक्विड डाइट है रामबाण

विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू का सबसे अच्छा इलाज तरल पदार्थ थेरेपी है, रोगी को जितना संभव हो उतना तरल पदार्थ पीना चाहिए, ओआरएस लेना चाहिए, जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में मदद करता है. इस दौरान आराम करना बहुत जरूरी है. विशेषज्ञों का कहना है कि डेंगू के लक्षण दिखने पर किसी घरेलू नुस्खे पर निर्भर रहने के बजाय स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए और इलाज कराना चाहिए.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

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