डीएनए हिंदी: बहुत कम लोग जानते हैं कि झूला झूलने (Swinging) से मूड बेहतर होता है और दिल से लेकर दिमाग तक को हेल्दी बनाता है. बच्चों को तो झूला झूलने (Swinging) के साथ आप भी झूलने की शुरुआत कर दें.
ये ऐसी एक्सरसाइज है जो मौज मस्ती के साथ आपके शरीर को भी फिट बनाएगी. तो चलिए आपको आज झूला झूलने के ऐसे फायदे बताएं, जिसे जानकर आप खुद को झूलने से रोक नहीं पाएंगे.
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मूड बूस्टर की तरह करेगा काम
झूला झूलना मूड बूस्टर की तरह काम करता है. झूले पर आप जितनी पेंग मारेंगे आपका मूड उतने लेवर ऊपर होते जाएगा. असल में इस प्रक्रिया से बॉडी में हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होते हैं जो मूड को बेहतर बनाने में मदद करते हैं.
फुल बॉडी की एक्सरसाइज होगी
झूला झूलने से बॉडी का हर अंग एक्टिव होता है. पैर से लेकर सिर तक की एक्सरसाइज होती है. झूलने के दौरान आगे और पीछे आना जाना एक्सरसाइज ही है.
स्ट्रेस होगा कम
झूलने से स्ट्रेस कम होता है क्योंकि हैप्पी हार्मोंस शरीर में बढ़ते हैं.
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मसल्स एक्टिव होंगे, वेट भी होगा कम
झूलने के दौरान भी कैलोरी खर्च होती है और मसल्स की एक्सरसाइज होती है. इससे वेट भी कम होगा और झूलने में एनर्जी वेस्ट होगी और मसल्स पर जोर पड़ेगा इससे मसल्स भी मजबूत बनेंगे.
बैलेंस और फोकस बढ़ता है
झूला झूलने से फोकस करने की क्षमता बढ़ती है और बैलेंसिंग पावर भी बढ़ता है. ये गर्दन की एक्सरसाइज भी करता है.
अवेयरनेस बढ़ती है
झूला झूलने से अवेयरनेस बढ़ती है. बॉडी जॉइंट्स में रिसेप्टर्स होते हैं और जब वह एक्टिव हो जाते हैं तो बॉडी को इंडिकेशन देना शुरु कर देते हैं. जब पैरों से झूले को धकेला जाता है तो बॉडी जॉइंट्स की एक्टिविटी पर ध्यान देने लगती है. ये एक्टिविटी कॉन्फिडेंस लेवल को बढ़ाने में भी मदद करती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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