डीएनए हिंदीः आजकल पथरी की समस्या आम हो गई हैं. पेट और किडनी में स्टोन (Kidney Stone) का दर्द असहनीय होता है. पथरी का दर्द (Stone Pain) अच्छे खासे व्यक्ति को भी परेशान कर सकता है. पथरी होने पर लोग कई तरह के देसी इलाज करते हैं हालांकि स्टोन का परमानेंट इलाज सिर्फ सर्जरी ही हैं. ऐसे में इस बड़े खतरे से बचने के लिए आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. पथरी होने का सबसे बड़ा कारण बदलता लाइफस्टाइल है. ऐसे में आपको खाने में कई चीजों को इग्नोर (Foods not to eat in Kidney Stone) करना चाहिए जो पथरी का कारण बन सकते हैं. आइये आपको इनके बारे में बताते हैं.
पथरी के मरीज कम मात्रा में खाएं ये 5 चीजें (Kidney Stone Patients Avoid These Things)
प्रोटीन
अधिक मात्रा में प्रोटीन खाना भी पथरी का कारण बन सकता है. ऐसे में प्रोटीन कम मात्रा में लेना चाहिए. पथरी के लिए दूध और दूध से बनी चीजों को कम खाना चाहिए.
कैफीन
चाय, कॉफी, कोल्ड ड्रिंक्स और चॉकलेट इन चीजों में बहुत मात्रा में कैफीन होता है. इनका सेवन भी पथरी का कारण बन सकता है. पथरी से बचे रहने के लिए इन चीजों का सेवन बंद कर दें या बहुत ही कम मात्रा में इन्हें खाएं.
डार्क सर्कल्स का परमानेंट इलाज हैं ये 8 घरेलू उपाय, जानें कैसे दूर करें आंखों के नीचे काले घेरे
नमक
नमक के बिना खाने की कल्पना भी नहीं की जा सकती है. ऐसे में नमक छोड़ने के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं. हालांकि ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए. नमक खाने से शरीर में कैल्शियम और सोडियम बढ़ जाता है जो गुर्दे की पथरी का रूप ले सकता है.
टमाटर
टमाटर के बीज ऑक्सलेट क्रिस्टल से भरपूर होते हैं जो शरीर में कैल्शियम के साथ मिलकर पथरी बन सकते हैं. ऐसे में पथरी से बचे रहना चाहते हैं तो टमाटर का कम से कम सेवन करें. यह आप इसके बीजों को निकालकर इस्तेमाल कर सकते हैं.
पालक
हरा पत्तेदार पालक स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है. पालक खाने से कई फायदे होते हैं लेकिन यह पथरी के मरीज के लिए तेज दर्द का कारण बन सकता है. ज्यादा पालक खाना पथरी का कारण भी बन सकता है. पालक में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है जो जो पथरी बन सकता है. ज्यादा मात्रा में पालक नहीं खाना चाहिए.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.