देसी Viagra है शिलाजीत, स्पर्म काउंट बढ़ाने के साथ करता है दिमाग भी दुरुस्त

Written By के.टी. अल्फी | Updated: May 25, 2022, 12:28 PM IST

Shilajit एक आयुर्वेदिक दवाई है, यह Low Sex ड्राइव और  Erectile Dysfunction  जैसी समस्याओं का रामबाण इलाज है.

डीएनए हिन्दी :  शिलाजीत (Shilajit ) एक आयुर्वेदिक दवाई है, जो काफी लम्बे समय से पुरुषों की सेक्स पॉवर (Sex Power) बढ़ाने के लिए इस्तेमाल की जाती रही है. यह Low Sex ड्राइव और  Erectile Dysfunction  जैसी समस्याओं का रामबाण इलाज है, जिसका सेवन इस तरह की समस्याओं से जूझ रहे परेशान लोग करते रहे हैं.

Sexual Power बढ़ाता है शिलाजीत, ऐसे करें सेवन  

अपनी sex क्षमता को बढ़ाने के लिए रात में सोने से पहले आधा चम्मच शिलाजीत का दूध के साथ सेवन करें. इसके लिए एक गिलास दूध उबालें. इसमें, आधा चम्मच शिलाजीत का पाउडर मिलाएं और इसे पी जाएं .हालांकि, शिलाजीत का सेवन करने से पहले किसी सेक्सुअल हेल्थ एक्सपर्ट से इसके सेवन से जुड़ी सही जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए, क्योंकि शिलाजीत के सेवन के कुछ साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं.

आम तौर पर शिलाजीत का दिनभर में 300 मिग्रा से 500 मिग्रा सेवन करने की सलाह दी जाती है और इसका सेवन  किसी भी अन्य प्रकार की दवाइयों के साथ  नहीं करना चाहिए. बाजार में कई ब्रांड्स के शिलाजीत पाए जाते हैं जिनकी कीमत 200 से 1000 रूपए तक होती है. 

शिलाजीत के सेवन से किस Sexual Problems में मिलती है राहत?

शिलाजीत कई यौन समस्याओं से छुटकारा दिलवाता है. पुरुषों की तरह ही महिलाएं भी शिलाजीत का सेवन कर सकती है जो इनके लिए  फायदेमंद माना जाता है. शिलाजीत  के सेवन से महिलाओं में  infertility की समस्या कम होती है. शोधकर्ताओं का दावा है कि, शिलाजीत का सेवन करने से पुरुषों में स्पर्म काउंट बढ़ता है. साथ ही इससे, टेस्टोस्टेरॉन लेवल और स्पर्म मोटिलिटी भी बढती है.
Erectile Disfunction और Sexual Arousal की कमी जैसी समस्याएं भी शिलाजीत के सेवन से ठीक होती हैं. दरअसल, इसके सेवन से जेनाइटल एरिया में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे, यह समस्याएं धीरे-धीरे ठीक होने लगती हैं. तनाव का भी सेक्सुअल हेल्थ पर बुरा असर पड़ता है. शिलाजीत स्ट्रेस कम करता है जिससे, यह समस्या सेक्स लाइफ पर असर नहीं डालती और सेक्सुअल प्रॉब्लम्स धीरे-धीरे कम होती हैं.

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दिमाग को तंदुरुस्त रखता है

अध्ययनों से पता चलता है कि शिलाजीत में विशेष न्यूरोप्रोटेक्टेव क्षमता है. यह अविश्वसनीय पोषक तत्व अल्जाइमर रोग के हल्के मामलों का इलाज करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. शिलाजीत का एक और महत्वपूर्ण कार्य यह है कि यह शरीर के इम्यूनिटी सिस्टम और हार्मोन में बैलेंस बनाने में भी मदद करता है.

शिलाजीत शुगर के मरीज़ों में रक्त ग्लूकोज और लिपिड प्रोफाइल को कम करने में मदद कर सकता है. यह कैंसर को जन्म देने वाले फ्री रैडिकल से भी बचाव करता है. यह मूलतः फेफड़े, स्तन, कोलन, डिम्बग्रंथि और यकृत कैंसर शामिल हैं.

सूजन कम करता है और वायरस से लड़ता है

यह गैस्ट्रिक अल्सर के उपचार और रोकथाम, तथा उनसे संबंधित सूजन को कम करने में प्रभावी है. देसी वियाग्रा नाम से विख्यात वियाग्रा को कोलेस्ट्रॉल के मरीज़ों के लिए भी अच्छा माना जाता है. इससे triglycerides को कम किया जा सकता है और इसमें मौजूदा पर्याप्त आयरन के चलते यह एनीमिया के उपचार में भी प्रभावी है.

शिलाजीत के नुकसान

अगर शिलाजीत का इस्तेमाल सही मात्रा और सही ढंग से किया जाए तो इसके साइड इफेक्ट्स नहीं होंगे पर इसके सेवन में एक खास वक़्त तक निरंतरता की दरकार है. शिलाजीत का सेवन 90 से 100 दिन तक लगातार सीमित मात्रा में करना होता है. अधिक सेवन अथवा असंतुलित सेवन से निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं.

•           शरीर में अत्यधिक गर्मी उत्तेजना.

•           पैरों में जलन का अहसास.

•           हाथ और पैरों में अधिक गर्मी महसूस करना.

•           पेशाब में वृद्धि या कमी.

•           शिलाजीत के सेवन से उल्टी होना, बेचैनी महसूस करना या फिर हार्ट बीट भी बढ़ सकती है

यदि आप शिलाजीत में मौजूद किसी भी ingredient से एलर्जिक हैं या आप किसी भी प्रकार के एलर्जी की प्रतिक्रिया के लक्षणों को देखते हैं, जिसमें मतली, चक्कर आना, दिल की दर बढ़ने, खुजली आदि शामिल हैं, तो तुरंत इसका उपयोग करना बंद कर दें.

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