डीएनए हिंदीः तेज धूप और गर्मी से हरे-भरे पौधे भी झुलसने लगते हैं और एक-एक कर आपके गार्डेन के प्लांट्स सूख जाते हैं, लेकिन अगर आप थोड़ी सूझबूझ से काम लें तो आसानी से पौधों को तेज गर्म हवाओं और धूप से बचा सकते हैं. बस गर्मी भर ठंडी लिक्विड फर्टिलाइजर देना शुरू कर दें और कुछ सावधानी रखें.
तो चलिए आपको 4 तरह के लिक्विड फर्टिलाइजर के बारे में बताएं जिसे आसानी से आप घर में ही तैयार कर सकते हैं. साथ ही गर्मी पौधों की देखभाल के लिए क्या टिप्स फॉलो करें, ये भी जान लें.
इन चीजों से बनाए गर्मियों के लिए ठंडी- ठंडी खाद
गोबर की लिक्विड फर्टिलाइजर
इसके लिए आप गोबर के चार-पांच कंडे यानी उपले ले कर पानी में कम से कम 10 दिनों के लिए भीगा दें और ठक कर छाएं में रख दें. दस दिन बाद इस पानी से उपले निकाल लें और पानी को छान लें. गोबर की ठंडी लिक्विड फर्टिलाइजर तैयार है. अब पौधे में इसे डालने से पहले इसमें उतना ही सादा पानी मिलाएं जितनी खाद है, अब इसे शाम के समय पौधों को दें.
केले के छिलके का लिक्विड फर्टिलाइजर
केले के छिलके को काटकर किसी डब्बे में रखें और उसमें पानी मिला दें और ठक कर 3 दिन के लिए रख दें. तीन दिन बाद इसमें भी पानी मिलाकर पौधों को दें. ये सूखते पौधों को नई जान देंगे. केले के छिलके में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं और साथ ही इसमें विटामिन बी-6, बी-12, पोटेशियम और मैग्नीशियम भी भरपूर होता है. इससे फल-फूल भी आने लगेंगे.
आलू के छिलके का का लिक्विड फर्टिलाइजर
एक कंटेनर में करीब एक मुट्ठी आलू के छिलके लें. अब इसमें 1 लीटर पानी मिलाएं.
कंटेनर बंद कर दें. हर 24 घंटे पर कंटेनर खोलें और एक चम्मच से इस घोल को अच्छी तरह से मिलाए.तीन से चार दिन बाद इसे छान लें. अब छाने गए पानी में बराबर मात्रा में सादा पानी मिलाएं.पौधों में देने के लिए, कंपोस्ट पूरी तरह से तैयार है.आलू के छिलकों में आयरन, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, तांबा और जस्ता होता है जो पौधों को फलने-फूलने में मदद करता है.
अंडे के छिलके का लिक्विड फर्टिलाइजर
अंडे के छिलके में 69.2 प्रतिशत प्रोटीन, 2.7 प्रतिशत वसा, 1.5 प्रतिशत नमी और 27.2 प्रतिशत राख भी पाई जाती है. अंडे के छिलके से बनी खाद का प्रयोग में पाया जाने वाला कैल्शियम कार्बोनेट अम्लीय मृदा की अम्लता को कम करता है. इसे बनाने के लिए इसके छिलके के पानी में भीगा कर 10 दिन के लिए छोड़ दें और छाने गए पानी में बराबर मात्रा में सादा पानी मिलाएं.पौधों में देने के लिए, कंपोस्ट पूरी तरह से तैयार है.
चाय की पत्ती का लिक्विड फर्टिलाइजर
चाय पत्ती में नाइट्रोजन 4%,फास्फोरस 0.24% एवं पोटेशियम 0.25% पाया जाता है. इस प्रकार यह पौधों में एक संतुलित NPK का कार्य करता है. ऑर्गेनिक चायपत्ती की खाद में टेनिन(Tannin) नामक एसिड पाया जाता है जो पौधे को बीमारियों से लड़ने की क्षमता या ताकत प्रदान करता है. चायपत्ती की खाद मिट्टी के पीएच को अम्लीय बनाकर रखती है. चाय की पत्ती 50 ग्राम लेकर पानी में 3 तीन के लिए भीगा दें और छाने गए पानी में दोगुना मात्रा में सादा पानी मिलाएं.पौधों में देने के लिए, कंपोस्ट पूरी तरह से तैयार है.
बस इन खाद को समय-समय पर पौधों को दें. याद रखें एक बार में एक ही खाद दें और कम से कम दूसरा खाद 10 से 15 दिन के बाद दें.
गर्मी में इन बातों का रखें ध्यान
- गर्मी में पौधों को तेज और सीधी धूप से बचाने के लिए ग्रीन शेड वाले जाली का यूज करें.
- गर्मी में पौधों को पानी सुबह या शाम को सूरज निकले या डूबने के बाद ही दें.
- गर्मी में पौधों को लिक्विड फर्टिलाइजर केवल मिट्टी में ही न दें, बल्कि इस पानी का पत्तियों पर भी छिड़काव करें
- पौधों की सूखी पत्तियों या टहनियों को हटाते रहें.
बस इतना ध्यान रखकर आप अपने पौधों को गर्मी में आसानी से हर-भरा रख सकते हैं.
Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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