डीएनए हिंदीः आज फ्रेंडशिप डे पर दोस्तों की कीमत को आप इस रिसर्च से समझ सकते हैं कि जो लोग अकेले रहते हैं या जिनके दोस्त नहीं होते वे डिप्रेशन के शिकार जल्दी होते हैं और इन लोगों में डायबिटीज से लेकर हाई बीपी और पीरियड्स में होने वाले तनाव और दर्द भी ज्यादा होते हैं.
दिविसा हर्बल्ज़ प्राइवेट लिमिटेड के सच्ची सहेली के डॉ.संजीव जुनेजा ने बताया कि बिना किसी स्वार्थ और भेदभाव के दोस्त आपके लिए स्ट्रेस बस्टर का काम करते हैं. डॉ.संजीव जुनेजा फ्रैंडशिप डे के अवसर पर दोस्तों को दवा की तरह बताया, उनका कहना है कि महिलाओं में अकेलापन ज्यादा होता है और इसका प्रभाव उनके पूरे शरीर पर दिखाता है. खास कर पीरियड्स के समय उनका तनाव का लेवल सबसे ज्यादा हाई होता है. चिड़चिड़ापन, कमर दर्द-पेट में क्रैंप और थकान उनके शरीर को तोड़ती है. वहीं जो महिलाएं दोस्तों के साथ समय गुजारती हैं या ज्यादा सामाजिक होती हैं उनमें ये समस्याएं बहुत कम होती हैं.
पीरियड्स का झेल रही दर्द तो ये आयुर्वेदिक हर्ब्स हैं आपकी सच्ची सहेली
आंवला, अशोक, अश्वगंधा, अर्जुन, हरीतकी (हरड़), शतावरी, शंखपुष्पी, दशमूल जैसी कई आयुर्वेदिक औषधियां पीरियड्स के दर्द ही नहीं, तनाव और चिंता को भी दूर करती हैं, ये महिलाओं की सच्ची सहेली होती हैं. बाजार में सच्ची सहेली के नाम से मिलने वाले टॉनिक को पीने से न केवल मासिक धर्म की समस्या, पेडू में दर्द, चिड़चिड़ापन, कमजोरी दूर होता है बल्कि ये एनिमिया को भी दूर करने में सहायक है.
सेहत को किस तरह प्रभावित करता है अकेलापन
1. भावनाओं को कष्ट पहुंचाता है
जब आप अकेलेपन से घिरी होती हैं, तो आपको अपने आसपास ऐसा कोई भी नजर नहीं आता जिससे आप अपने मन की बात कह सकें. आप किस बात से परेशान हैं, आपके जीवन में क्या चल रहा है, इन सभी बातों पर चर्चा करने के लिए आपके पास कोई नहीं होता. यह भावनात्मक रूप से आपको प्रभावित कर सकता है, जिससे आपका तनाव बढ़ता है और आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर पड़ता है.
2. हो सकती हैं ओवरथिंकिंग की शिकार
अकेलापन आपको ओवरथिंक करने वाले व्यक्तियों में शामिल कर सकता है. जिससे आपके मन मे चिंता, आक्रामकता और चिड़चिड़ापन जैसी अस्वस्थ भावनाएं पैदा होती हैं.
3. खराब आदतों को बढ़ावा देता है अकेलापन
आम लोगों की तुलना में अकेलापन महसूस कर रहे लोगों में खराब आदतें विकसित होने का खतरा अधिक होता है. जैसा कि हम सभी ने कभी न कभी सुना होगा “खाली दिमाग शैतान का घर” यह पूरी तरह से सत्य है. जब व्यक्ति अकेला होता है, तो उनके दिमाग में हजार तरह की बातें चल रही होती हैं और इस दौरान उनके दिमाग पर नकारात्मकता अधिक हावी होती है.
4. नींद पर पड़ता है असर
अकेलापन और अकेले रहने की आदत नींद की कमी का कारण बनती है. जब आप अकेलापन महसूस करती हैं, तो रात को सुकून की नींद नहीं आती. बीच-बीच में नींद खुल जाती है, या आप काफी कच्ची नींद में होती हैं. जिसकी वजह से हर सुबह आपको नींद की कमी महसूस होती है और आप फ्रेश फील नहीं कर पाती हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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