Mahashivratri 2024: शिव जी को चढ़ाने वाले बेल के हैं कई फायदे, बेलपत्र से लेकर बेल फल तक खाने से मिलेंगे ये 5 लाभ

Written By Aman Maheshwari | Updated: Mar 08, 2024, 11:50 AM IST

Mahashivratri 2024

Bael Fruit Khane Ke Fayde: शिव को प्रिय बेलपत्र और इसका फल सेहत के लिए अच्छा होता है. इसे खाने से कई सारे फायदे मिलते हैं.

Mahashivratri: भगवान शिव को बेल के पत्ते अर्पित करे जाते हैं. शिव जी को बेल के पत्ते यानी बेल पत्र बहुत ही प्रिय है. महाशिवरात्रि के पर्व पर भोलेनाथ को बेल पत्र और बेल (Bael Phal) फल चढ़ाया जाता है. यह पूजा-पाठ के साथ ही स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है. बेल पत्र और बेल फल दोनों ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी (Bael Phal Benefits) होते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि बेल फल कैसे फायदेमंद होता है.

बेलपत्र और बेल फल खाने के फायदे (Bael Patra Fruit Benefits)
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल के लिए

हार्ट के लिए बेल बहुत ही अच्छा होता है. यह ब्लड में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने का काम करता है. बेल का फल खाने से हार्ट ब्लॉक्स , हार्ट अटैक और ब्लड क्लॉट के जोखिम को कम कर सकते हैं.

दस्त और हैजा के लिए
बेल का रस पीना दस्त और हैजा की समस्या को दूर करने के लिए अच्छा होता है. रिसर्च के अनुसार, बेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीपैरासिटिक गुण होते हैं. बेल के फल का रस पीना दस्त की समस्या को दूर करता है.


Mahashivratri पर व्रत में खाएं ये 5 चीजें, पूरे दिन रहेगी एनर्जेटिक और ताजा


डायबिटीज कंट्रोल के लिए
डायबिटीज के मरीजों के लिए भी बेल का सेवन अच्छा होता है. यह इंसुलिन के उत्पादन को नियंत्रित करता है और ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है. यह शुगर लेवल को स्थिर रखता है.

पाचन के लिए बेल
पेट और पाचन के लिए बेल फल और बेल के पत्ते दोनों ही फायदेमंद होते हैं. यह डाइजेशन से जुड़ी परेशानी को दूर करते हैं. बेल फल खाना और बेल पत्र के पत्तों का जूस पीना लाभकारी होता है.

स्किन के लिए फायदेमंद
दाग धब्बे, कील, मुंहासे की समस्या को दूर करने के लिए बेल पत्र फायदेमंद होता है. बेलपत्र को पीसकर इसका फेस पैक बनाकर लगाने से फायदा होता है. बेल फल खाना भी स्किन के लिए अच्छा होता है.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.