Marichyasana: पढ़ाई में नहीं लगता मन तो रोज करें मरीच्यासन, मिलेंगे और भी कई फायदे

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 02, 2022, 07:39 AM IST

मरीच्यासन का नाम ऋषि मरीचि के नाम से रखा गया है. अंग्रेजी में इसे 'सेज मारिची ट्विस्ट पॉज' (Sage Marichi Twist Pose) कहा जाता है.

डीएनए हिंदी: स्वस्थ रहने के लिए योग जरूरी है. शरीर की सक्रियता को बनाए रखने के साथ लचीलेपन को बढ़ावा देने के लिए योग का नियमित अभ्यास करना काफी लाभदायक माना जाता है. योग आसन आपकी मांसपेशियों और जोड़ों में गतिशीलता बढ़ाने के साथ संपूर्ण शरीर के फिटनेस में आपकी मदद कर सकते हैं. योग के कई आसन हैं. इन्हीं में से एक है मरीच्यासन. आइए इस आर्टिकल में मरीच्यासन योग करने के आसान स्टेप्स और उसके फायदों के बारे में जानते हैं.

क्या है मरीच्यासन?
मरीच्यासन का नाम ऋषि मरीचि के नाम से रखा गया है. अंग्रेजी में इसे 'सेज मारिची ट्विस्ट पॉज' (Sage Marichi Twist Pose) कहा जाता है. मरीच्यासन एक खास प्रकार की योग मुद्रा है जो शरीर की कई प्रमुख मांसपेशियों में लचीलापन लाता है. इसके अलावा इस आसन को करने से पीठ समेत शरीर के कई हिस्सों में होने वाले दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है.

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मरीच्यासन करने का आसान तरीका

  • मरीच्यासन करने के लिए सबसे पहले एक चटाई बिछा लें और उस पर दोनों पैरो को आगे की ओर सीधा फैला कर बैठ जाएं.
  • इसके बाद अपनी गर्दन और कमर को सीधा रखते हुए दोनों हाथों को बगल में रख दें.
  • अब किसी एक पैर को घुटने की तरफ से मोड़ें.
  • आपके पैर का घुटना आपके सीने से स्पर्श होना चाहिए, दूसरे पैर को सीधा रखें.
  • अब जिस पैर को सीधा रखा है, उस दिशा में अपने उपरी शरीर को झुकाएं.
  • इसके बाद अपने हाथों को पीछे की और मोड़कर पैर के घुटने को जकड़े रखें. 
  • इस मुद्रा में गहरी सांस लें, फिर सांस रोककर इस स्तिथि में 20-60 सेकंड तक बने रहें.
  • इसके बाद सांस छोड़कर साधारण स्तिथि में आ जाएं.
  • इस क्रिया को बारी-बारी से दोनों पैरो के साथ करें.
  • इस आसन का अभ्यास कम से कम 5 बार करें.

मरीच्यासन के फायदे 

  • मरीच्यासन के नियमित अभ्यास से तनाव खत्म होता है.
  • इस योगासन को करने से दिमाग शांत होता है.
  • इसका प्रभाव हमारे पूरे नर्वस सिस्टम पर पड़ता है जिससे आपका काम में अधिक मन लगेगा साथ ही अगर आप छात्र हैं तो अच्छे से पढ़ाई कर पाएंगे.
  • इसे करने से महिलाओ को मासकि धर्म के दौरान होने वाले दर्द से भी राहत मिलती है.
  • यह कमर की मांसपेशियों को मजबूत बनाकर, कमर दर्द में राहत दिलाता है.
  • इससे पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है साथ ही पेट संबंधी समस्याओ में भी फायदा मिलता है.
  • माइग्रेन के मरीजों को इस आसन से फायदा पहुंचता है.

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