डीएनए हिंदीः यूरिक एसिड एक सामान्य शरीर अपशिष्ट उत्पाद है. यह तब बनता है जब प्यूरीन नामक रसायन टूट जाता है. प्यूरिन शरीर में पाया जाने वाला एक प्राकृतिक पदार्थ है. ये कई खाद्य पदार्थों में भी पाया जाता है , जैसे कि मीट की हाई फैट प्रोटीन, मीट, कलेजी, शराब आदी में. डीएनए के टूटने पर ये शरीर में भी बनने लगते हैं.
हाई यूरिक एसिड का स्तर हड्डियों, जोड़ों और सेल्स को डैमेज करने लगते हैं और किडनी से लेकर हार्ट तक को नुकसान पहुंचाते हैं. हाई यूरिक एसिड स्तर और टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और फैटी लिवर तक का कारण बन सकता है. तो चलिए जानें की बिना दवा के ही किन आयुर्वेदिक औषधियों से यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स को गला कर शरीर से बाहर निकाल सकते हैं.
यूरिक एसिड से लेकर पेट से जुड़ी हर समस्या का इलाज है पटुआ साग, जानिए इसके अन्य फायदे और बनाने की रेसिपी
इन 7 आयुर्वेदिक हर्ब्स में छुपा है यूरिक एसिड का इलाज
1. पुनर्नवा काढ़ा: ये काढ़ा जोड़ों की सूजन को कम करता है और हड्डियों के गैप में जमा यूरिक एसिड के क्रिस्टल्स को गला देता है, इससे ये यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकल जाते हैं. ये शरीर में विषाक्त पदार्थों के जमा होने से रोकता है. पुनर्नवा अपने औषधीय गुणों के कारण पेशाब के जरिए विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है. इसमें तरल पदार्थ निकालने के कुछ बेहतरीन गुण हैं. इसके नियमित सेवन से जोड़ों की सूजन-जकड़न और दर्द भी कम होती है.
2. गुगुल : गुगुल के कई प्रकार होते हैं जिन्हें मिलाकर कई औषधियां बनाई जाती हैं. आयुर्वेद में इसे दर्द निवारक माना जाता है क्योंकि यह जोड़ों के आसपास दर्द, सूजन को कम करता है और यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मदद करता है.
3. गुडुची : यह यूरिक एसिड की प्रमुख औषधि है. यह पित्त की मात्रा को कम करती है. यह पित्त और वात दोष को संतुलित करने और रक्त में यूरिक एसिड की मात्रा को कम करने में मदद करती है. यह जोड़ों के दर्द और सूजन से भी राहत दिलाती है. साथ ही गुडुची से अमृतादि गुगुल बनाया जाता है जो यूरिक एसिड के स्तर के लिए सबसे अच्छा काम करता है.
Arthritis Alert: यूरिक एसिड में जहर की तरह काम करते हैं ये फल-सब्जी, बढ़ जाएगा घुटने और ऑथराइटिस का दर्द
4. मुस्ता हर्ब: यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए यह एक और प्रभावी जड़ी बूटी है. आप मुस्ता का दरदरा पाउडर भी ले सकते हैं, इसे रात भर भिगोकर पानी में उबाल लें. इसे आपको इसे छानकर पीना है.
5. काली किशमिश: किशमिश खाने से हड्डियों का घनत्व अच्छा माना जाता है और यह गठिया और गाउट के खतरे को कम करता है. आप 10-15 काली किशमिश को रात भर पानी में भिगोकर रख दें और उस पानी को पी लें और अगली सुबह किशमिश को चबाकर खाएं.
Joint Pain Remedy: गठिया के दर्द को खींच लेंगे ये 8 फूड और ड्रिंक, दूर होगा जोड़-जोड़ का दर्द
6. वरुण चूर्ण : यूरिक एसिड के कारण दर्द वाले जोड़ पर इसका लेप स्थानीय रूप से लगाया जा सकता है.
7. शुंथि और हल्दी चूर्ण : दोनों को पानी में मिलाकर पेस्ट बना लेना चाहिए. इसे दर्दनाक जोड़ों पर लगाएं तो दर्द और सूजन में बहुत आराम मिलता है.
Uric Acid Cure: 10 रुपये का ये रस ब्लड से यूरिक एसिड को कर देगा गायब, आर्थराइटिस अटैक काबू में आएगा
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर