Sprouts से अधिक फायदेमंद है माइक्रोग्रींस, सेहत के लिए है खजाना, 7-14 दिन में होंगे तैयार

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Mar 08, 2023, 09:41 AM IST

Sprouts से अधिक फायदेमंद है माइक्रोग्रींस, सेहत के लिए है खजाना

Microgreens सब्जियों और अनाजों का छोटा वर्जन है, जो सेहत के लिए स्प्राउट्स से अधिक फायदेमंद साबित होता है. यहां जानिए इसके बारे में.

डीएनए हिंदी: हेल्दी डायट के लिए स्प्राउट्स यानी अंकुरित (Sprouts And Microgreens) अनाज जैसे मूंग, बीन्स, चना, दाल के स्प्राउट्स को ब्रेकफास्ट में जरूर लिया जाता है. लेकिन, आज हम आपको माइक्रोग्रींस के बारे में बताने वाले हैं. यह स्प्राउट्स से कहीं अधिक न्यूट्रिएंट्स (Microgreens Nutrition) से भरपूर होते हैं. दरअसल, जिस तरह स्प्राउट्स अंकुरित अनाज होते हैं वैसे ही माइक्रोग्रींस सब्जियों और अनाजों का छोटा वर्जन है. यानी जब अंकुरण के कुछ दिनों बाद बीज से तना और छोटी पत्तियां निकल आएं (Microgreens Benefits), इन्हें ही   माइक्रोग्रींस कहते हैं. इन्हें सुपरफूड्स कहा जाता है और इनका इस्तेमाल सलाद, सूप, ऑमलेट, पिज्जा, बर्गर समेत कई चीजों में किया जाता है. 

माइक्रोग्रींस सेहत के लिए है फायदेमंद

माइक्रोग्रींस में कई तरह के मिनरल्स, फाइटो न्यूट्रिएंट्स, विटामिंस, एंटी ऑक्सीडेंट्स और कारटेनोयड्स पाए जाते हैं. इसके अलावा इनमें प्रोटीन और फाइबर के साथ कई मिनरल्स जैसे-पोटैशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस, जिंक, आयरन और कॉपर की अधिक मात्रा होती है. वहीं, इसमें  फैट और कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा कम होती है. इसके अलावा इसमें पॉलिफेनॉल्स और एंजाइम्स की मात्रा अधिक होती है इसलिए स्प्राउट्स के मुकाबले पचाने में आसानी होती है. 

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कौन से माइक्रोग्रींस खाना है बेहतर

इसके लिए हम कई सब्जियों के माइक्रोग्रींस जैसे बीट्स, ब्रोकली, कैबेज, रेड कैबेज, मूली, सरसों, फूलगोभी, मेथी, धनिया, कुट्‌टू, चना, सूरजमुखी आदि के माइकोग्रींस को घर पर उगाकर खाया जा सकते हैं. इसके अलावा कलौंजी और सौंफ के माइक्रोग्रींस के भी खाए जा सकते हैं और इन माइक्रोग्रींस में काफी न्यूट्रिएंट्स होते हैं. 

इसके चौलाई के साग में माइक्रोग्रींस में प्रोटीन, फाइबर और पोटैशियम, फॉस्फोरस और आयरन जैसे मिनरल्स भरपूर होते हैं. इसे 8-12 दिनों में ही उगाया जा सकता है. 

जानिए इन सब्जियों के माइक्रोग्रींस और इनके न्यूट्रिएंट्स के बारे में 

चुकंदर: 11-21 दिनों में इसके माइक्रोग्रींस तैयार हो जाते हैं और इनमें एंटी ऑक्सीडेंट्स और विटामिंस भरपूर होते हैं.

ब्रोकली: 8-12 दिनों में इसे उगा सकते हैं और इसमें विटामिंस और एंजाइम्स होते हैं. 

पत्तागोभी: 6-14 दिनों में उगा सकते हैं इसमें विटामिन E और C की भरपूर मात्रा होती है.

फूलगोभी: 8-14 दिनों में यह तैयार हो जाते हैं इनमें विटामिन C, K और E और β-कैरोटीन होते हैं. 

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सरसों: 8-12 दिनों में उग जाते हैं और इनमें भी विटामिन C, K और E और β-कैरोटीन होते हैं.

मूली: 6-12 दिनों में तैयार हो जाते हैं और इनमें विटामिन A, E, K और B कॉम्प्लेक्स और C के साथ आयरन, पोटैशियम और कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है.

मेथी: 20-30 दिनों में उगते हैं और इसका स्वाद तीखा होता है इनमें भरपूर मिनरल्स होते हैं. 

कुट्‌टू: 7-14 दिनों में इसके माइक्रोग्रींस उगा सकते हैं और इसका स्वाद खट्‌टा होता है. इसमें एमिनो एसिड्स, मिनरल्स और एंटी ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं. 

पालक: 10-15 दिनों में इसके माइक्रोग्रींस उगा सकते हैं और इसमें विटामिन A, C, K1, फॉलिक एसिड, आयरन और कैल्शियम की मात्रा भरपूर होती है. 

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इतनी मात्रा में खाएं माइक्रोग्रींस

कोई भी माइक्रोग्रींस 50 से 100 ग्राम तक ही खाना सेहत के लिए फायदेमंद साबित होता है. इसके अलावा कुट्‌टू के माइक्रोग्रींस थोड़ी मात्रा में खाने चाहिए क्योंकि इनमें कुछ ऐसे कंपाउंड होते हैं जिसकी वजह से डाइजेशन में गड़बड़ी होती है. इसके अलावा इसके अधिक सेवन पर स्किन पर लाल चकत्ते आ सकते हैं और सरसों के माइक्रोग्रींस अधिक खाने पर स्किन में एलर्जी हो सकती है.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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