High Blood Pressure Risk: सुबह की ये एक गलती बढ़ाती हैं ब्लड प्रेशर, बिस्तर पर आता है स्ट्रोक या हार्ट अटैक

Written By ऋतु सिंह | Updated: Nov 05, 2024, 07:20 AM IST

सोते-सोते क्यों सुबह बढ़ जाता है बीपी

सर्दी में ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा ज्यादा होता है और यही कारण है स्ट्रोक और हार्ट अटैक की संभावना भी बढ़ जाती है. अगर आपका बीपी हाई रहता है तो सुबह एक गलती करने से बचें.

आजकल हर कोई तनावपूर्ण और भागदौड़ भरी जिंदगी जी रहा है. जब अलार्म बजता है, तो सबसे पहली चीज़ जो हम करते हैं वह है घबरा जाना और हमारी एक गलती यह है कि हम जल्दी से उठ जाते हैं. लेकिन हमें इस बात का अंदाज़ा नहीं है कि ये कितना हानिकारक हो सकता है. रात भर आराम करने के बाद शरीर की अचानक हरकत हृदय और संचार प्रणाली के लिए खतरनाक हो सकती है. अचानक जागने से रक्तचाप बढ़ जाता है, हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है और लंबे समय में इसके परिणाम घातक हो सकते हैं.

यह एक अतिरिक्त जोखिम पैदा करता है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें पहले से ही उच्च रक्तचाप है. डॉक्टर भी इसकी पुष्टि करते हैं. क्या आप भी इसी तरह जल्दी में उठते हैं? तो फिर रुकिए और सीखिए कि सुबह जल्दी उठने की इस आदत को कैसे बदला जाए. तो, आइए देखें कि आप कैसे धीरे-धीरे लेकिन सुरक्षित रूप से उठ सकते हैं और स्वास्थ्य संबंधी शिकायतों को दूर रख सकते हैं.
   
हृदय तनावग्रस्त हो जाता है

अचानक जागने से हृदय पर तनाव पड़ता है. चूँकि शरीर पूरी रात आराम में बिताता है, रक्त संचार धीमा हो जाता है. जब हम जल्दी उठते हैं तो दिल को ज्यादा काम करना पड़ता है और इससे बीपी बढ़ जाता है. इसलिए सुबह कुछ समय निकालकर धीरे-धीरे उठना स्वास्थ्य के लिए बेहतर है.
 
ब्लड प्रेशर असंतुलित हो जाता है

रात में सोते समय रक्तचाप का स्तर कम होता है और अचानक जागने पर रक्तचाप अचानक बढ़ सकता है. इतनी जल्दी उठने से शरीर को लगने वाले झटके से संचार संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं. इसलिए हल्के हाथों से उठकर बैठने से रक्तचाप को स्थिर होने के लिए पर्याप्त समय मिलना चाहिए, ताकि यह संतुलित रहे.

चक्कर आ सकते हैं

नींद से जागने के बाद अचानक खड़े हो जाने से परिसंचरण प्रक्रिया बाधित हो जाती है और इसके परिणामस्वरूप चक्कर आ सकते हैं. इस आदत का असर खासतौर पर उम्रदराज लोगों पर ज्यादा होता है. इसलिए उठते समय शरीर को उचित सहारा दें, अचानक उठने की बजाय धीरे-धीरे बैठें और फिर खड़े हो जाएं.
 
दिमाग को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती

अगर आप सुबह जल्दी उठते हैं तो दिमाग को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है. धीरे-धीरे जागने से मस्तिष्क को आवश्यक मात्रा में ऑक्सीजन मिलती है, जिससे चक्कर आना, सिरदर्द जैसी समस्याएं कम हो सकती हैं. इसलिए, जब आप सुबह उठें तो अपने शरीर को स्थिर होने के लिए कुछ समय दें.
 
पाचन क्रिया गड़बड़ा जाती है

सुबह उठते ही तुरंत उठना भी पाचन तंत्र को झटका देता है. अचानक हरकत करने से गैस्ट्रिक समस्याएं बढ़ सकती हैं. धीरे-धीरे उठना, फिर पानी पीना और उसके बाद ही हिलना-डुलना पाचन क्रिया को बेहतर बनाने के लिए फायदेमंद होता है. सुबह उठने के तरीके को बदलकर इस आदत को अपनाने से आपका स्वास्थ्य बेहतर होगा और दीर्घकालिक समस्याओं से बचाव होगा.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

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