डीएनए हिंदी : 18 जुलाई से कई चीज़ों पर GST लगने वाली है. बढ़ती हुई महंगाई के इस दौर में यह अतिरिक्त जीएसटी न केवल जेब पर भारी पड़ने वाली है बल्कि हमारे दैनिक जीवन और स्वास्थ्य देखभाल पर भी असर डालने वाला है. इस नई जीएसटी दर के लागू होने से न केवल हॉस्पिटल का खर्चा अधिक हो जाएगा बल्कि खाने के मेनू में प्रोटीन और विटामिन को शामिल करने में भी अधिक पैसा लगने वाला है. आइए जानते हैं इससे रोज़मर्रा के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है...
पनीर और दही पर एक्स्ट्रा जीएसटी
पनीर और दही को प्रोटीन का महत्वपूर्ण स्रोत माना जाता है. सौ ग्राम दही में अमूमन 3.5 ग्राम प्रोटीन होता है वहीं सौ ग्राम पनीर में 11 से 18 ग्राम प्रोटीन होता है. इन दोनों ही चीज़ों को बैलेंस्ड डाइट का ज़रूरी हिस्सा माना जाता है.
इन पोषक खाद्यान्नों पर जीएसटी लगना इन्हें आपके प्लेट से दूर कर सकता है. इसके साथ-साथ लस्सी, शहद, मछली, सूखे सोयाबीन और मखाना सरीखे सुपर फूड पर भी 5% जीएसटी लगाने की बात हुई है.
हॉस्पिटल में इलाज भी होगा महंगा
18 जुलाई को लगने वाले जीएसटी में हॉस्पिटल का खर्च भी बढ़ जाएगा. यह तय किया गया है कि 5000 रूपये से अधिक वाले हॉस्पिटल रूम पर भी 5% जीएसटी लगाया जाएगा. इससे आपके हॉस्पिटल का खर्च बढ़ सकता है. हालांकि ऑर्थोपेडिक उपकरण और आर्टिफिशियल ऑर्गन पर जीएसटी घटकर 12% से 5% हो जाएगा. इससे ये चीज़ें सस्ती होंगी.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर