डीएनए हिंदीः पपीता खाना सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है. मैग्नीशियम, फाइबर, विटामिन, फाइबर जैसे कई पोषक तत्व से भरा पपीता रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ कई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. इसके सेवन से शरीर का वजन कंट्रोल में रहता है और दिल सही तरीके से काम करता है. पपीता पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है लेकिन इतने गुणों के बाद भी किन स्थितियों में इसे खाने से बचना चाहिए चलिए जान लें.
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पपीते के बाद दवा कभी न लें
पपीता खाने के तुरंत किसी भी तरह की दवा को लेने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से कुछ दवा के केमिकल पपीते मौजूद पपाइन से मिलकर केमिकल रिएक्शन पैदा कर देते हैं. जिससे शरीर से खून बहने का खतरा रहता है.
पीलिया और अस्थमा
पीलिया और अस्थमा के मरीजों को भी पपीता (Papaya) खाने से नुकसान हो सकता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, पपीते में मौजूद पपाइन और बीटा कैरोटीन इन दोनों बीमारियों के लिए नुकसानदायक हैं. एक्सपर्ट के अनुसार हृदय रोगों के मरीजों के लिए भी पपीते का सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता है
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प्रेग्नेंसी के दौरान
प्रेग्नेंसी में पपीता खाना हानिकारक हो सकता है क्योंकि इसमें मौजूद पपैन शरीर की कोशिका झिल्ली को नुकसान पहुंचाता है. पेट में पल रहे बच्चे के विकास के लिए ये चीजें बहुत जरूरी होती हैं. इसलिए गर्भवती महिलाओं को पपीता नहीं खाने की सलाह दी जाती है.
निम्न रक्त शर्करा का स्तर
लो शुगर लेवल वाले लोगों को पपीता बिल्कुल नहीं खाना चाहिए. ऐसा करने से उनकी परेशानी बढ़ सकती है. मधुमेह के रोगियों को भी बिना डॉक्टर की सलाह के पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए. पपीता फाइबर में उच्च और चीनी में कम (कटा हुआ पपीता के एक कप में 8.3 ग्राम) होता है, इसलिए इसे लो शुगर वालों के लिए सही नहीं होता है.
स्किन एलर्जी
जिन लोगों को किसी भी तरह की स्किन एलर्जी है उन्हें पपीता खाने से बचना चाहिए. इसके सेवन से शरीर पर लालीपन, सिर दर्द, चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. सूजन भी आ सकती है. जिन लोगों को लेटेक्स से एलर्जी है उन्हें भी पपीता नहीं खाना चाहिए.
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(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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