डीएनए हिंदीः Pushkar Mela 2022, Start From Today- पुष्कर मेला राजस्थान का बेहद प्रसिद्ध मेला है. दुनिया भर में इसे सबसे बड़ा ऊंट फेस्टिवल भी कहा जाता है. पुष्कर में हर साल यह मेला बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. जिसे देखने देश और विदेश से सैलानी आते हैं. यह मेला पुष्कर में लगता है जो अजमेर से करीब 12 किलोमीटर दूर है. पुष्कर प्रमुख तीर्थ स्थलों में शामिल है. यहां ब्रह्मा जी का एकमात्र मंदिर स्थित है. पुष्कर झील किनारे कई घाट बने हुए हैं. इसके अलावा यहां सावित्री, बदरीनारायण, वाराह, रंगजी और शिव आत्मेश्वर मंदिर हैं, जिसके दर्शन के लिए दूर-दूर से सैलानी यहां आते हैं. चलिए जानते हैं कब से कब तक चलेगा पुष्कर मेला, और क्या है इस मेले का महत्व.
कब है पुष्कर मेला (Pushkar Mela 2022 Date)
हर साल पुष्कर मेला कार्तिक पूर्णिमा के दौरान आयोजित होता है. इस बार यह मेला आज यानी 1 नवंबर से शुरू हो रहा है जो 9 नवंबर तक चलेगा. ऐसे में 1 तारीख से 9 तारीख तक पुष्कर मेला चलेगा.
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पुष्कर मेले से जुड़ी ये खास बातें (Pushkar Fair Kartik Mela)
पुष्कर मेले में काफी धूम होती है और यहां इस दौरान अच्छी खासी भीड़ जुटती है. मेले का खास आकर्षण ऊंट होते हैं यही कारण है कि इस मेले को ऊंट महोत्सव भी कहा जाता है. इस दौरान यहां रेत के टीलों के बीच दुकाने लगती हैं. पुष्कर में यह मेला काफी पहले से लगता आ रहा है, जिसमें कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है. मेले में राजस्थान की संस्कृति की झलक देखने को मिलती है. ऐसे में आप पुष्कर का मेला देखने का प्लान बना सकते हैं. किसी भी शहर से आसानी से पुष्कर पहुंचा जा सकता है. यहां पहुंचने के लिए आप नजदीकी रेलवे स्टेशन अजमेर और नजदीकी एयरपोर्ट किशनगढ़ तक का टिकट करवा सकते हैं.
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पुष्कर मेले का महत्व (Pushkar Mela Significance)
मान्यता है कि यहां स्थित पुष्कर झील की उत्पत्ति पुष्प और कर के मेल से हुई है. कहा जाता है यहां पर ईश्वरीय शक्ति द्वारा एक पुष्प अपने हाथों से पृथ्वी पर गिराया गया था. जिसके बाद यहां भगवान ब्रह्मा द्वारा भव्य यज्ञ का आयोजन किया गया. मान्यताओं के अनुसार यही पुष्कर झील है. जिस वजह से इस क्षेत्र का नाम पुष्कर पड़ा. पुष्कर का वर्णन पद्मपुराण के साथ साथ रामायण में भी मिलता है. पुष्कर को तीर्थों का मुख माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.
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