Ragi for Diabetes: कितना भी हाई हो Blood Sugar, रागी खाने का ये तरीका तुरंत डायबिटीज करेगा कंट्रोल

ऋतु सिंह | Updated:Feb 12, 2024, 11:29 AM IST

Ragi Reduce Blood Sugar

इंसुलिन संवेदशीलता बढ़ने के चलते ही ब्लड में शुगर का लेवल हाई होने लगता है. डायबिटीज रोगियों को ऐसी स्थिति में रागी जरूर खाना चाहिए, लेकिन कैसे, चलिए जान लें.

डायबिटीज (Diabetes) में ब्लड शुगर (Blood Sugar) का फ्लैक्चुएट होना आम है लेकिन अगर ये हमेशा ही हाई रहने लगे तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए. हाई ब्लड शुगर के पीछे इंसुलिन की संवेदनशीलता (Insulin Sensitivity) होती है और कई बार शरीर इंसुलिन को पचा नहीं पाता और इस कारण भी शुगर लेवल हाई (High Blood Sugar) हो जाता है. ऐसे में सबसे ज्यादा समस्या ये होती है कि ऐसा क्या खाएं कि शगुर का स्तर बढ़े भी नहीं और घटने भी लगे. ऐसे में रागी (Ragi) बहुत काम आती है.

खराब जीवनशैली और गलत खानपा के चलते टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ता है ऐसे में अगर आप रागी खाना शुरू कर दें तो आपका ब्लड शुगर भी कंट्रोल रहेगा और कोलेस्ट्रॉल से लेकर वेट भी कम होगा. रागी में ऐसा क्या है और इसे कैसे खाना चाहिए, चलिए जान लें.

रागी में पोषक तत्व
रागी विटामिन बी1, बी3, बी6, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर है. साथ ही इसमें फाइबर भी भरपूर मात्रा में होता है. चूंकि इसमें घुलनशील फाइबर की मात्रा अधिक होती है, इसलिए यह डायबिटीज को कंट्रोल करने में बेस्ट है.

रागी ब्लड में ग्लूकोज को बहुत धीरे-धीरे छोड़ती है. इससे ब्लड शुगर लेवल अचानक नहीं बढ़ता और इंसुलिन भी एक्टिवेट हो जाता है.  

डायबिटीज के रोगियों को रागी क्यों खानी चाहिए?

फाइबर रिच 
रागी में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है. यह विशेष रूप से घुलनशील फाइबर से भरपूर होता है. ये मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करते हैं. यह ग्लूकोज अवशोषण की दर को धीमा कर देता है और रक्त शर्करा में अचानक वृद्धि को रोकने में मदद करता है.

कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स
रागी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स लेवल कम होता है. ये रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करते हैं. इससे रागी मधुमेह के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद हो जाती है.

वेट होता है कम
रागी में मौजूद पोषक तत्व वजन नियंत्रित करने में मदद करते हैं. मधुमेह का एक प्रमुख कारण वजन बढ़ना है. तो आप शरीर के वजन को नियंत्रित करके शुगर लेवल को कम कर सकते हैं. इसका फाइबर तृप्ति की भावना प्रदान करता है और शरीर के स्वस्थ वजन को बनाए रखता है.

टाइप 2 डायबिटीज के लिए बेस्ट
रागी में स्थूल और सूक्ष्म पोषक तत्व, प्रोटीन, विटामिन, खनिज और आवश्यक वसा होते हैं. और इसमें मौजूद मैग्नीशियम की मात्रा धीरे-धीरे इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाती है. यह टाइप 2 मधुमेह में होने वाले इंसुलिन स्राव का प्रतिकार करने में मदद करता है.

रागी कैसे लें?
मधुमेह से पीड़ित लोग रागी का सेवन विभिन्न तरीकों से कर सकते हैं. इसके अनुसार आप नाश्ते में रागी दलिया, रागी डोसा, रागी आधा आदि ले सकते हैं. दोपहर के भोजन के विकल्पों में रागी रोटी, चपाती, उपुलामा और अंकुरित रागी सलाद शामिल हैं. रागी का सूप और रागी की खिचड़ी दो घंटे में खायी जा सकती है.

तो डायबिटीज को कंट्रोल में रखने के लिए आप रोज रागी खाना शुरू कर दें और कोशिश करें कि दिन की शुरुआत इसके साथ करें.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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