डीएनए हिंदी: रिसर्च रिपोर्ट इसी साल 7 जुलाई को पेन (PAIN) मैग्जीन में पब्लिश हुई है. ये रिपोर्ट बताती है कि ध्यान लगाने से दर्द की अनुभूति कम हो जाती है क्योंकि मेडिटेशन के दौरान मतिष्क का वो हिस्सा संदेश नहीं दे पाता जो दर्द की अनुभूति कराता है.
रिसर्च का दावा है कि कुछ पल के ध्यान (Meditation) से न केवल शारीरिक दर्द, बल्कि मानसिक कष्ट भी दूर होते हैं. मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि ध्यान लगाने से दर्द में तेजी से कमी आने लगती है. ऐसा इसलिए होता है कि ध्यान के दौरान मस्तिष्क में विचार कम आते हैं और नकारात्मकता दूर होने से मस्तिष्क व शरीर को शांत होने लगते हैं.
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यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो स्कूल आफ मेडिसिन के विज्ञानियों ने पाया कि ध्यान से मस्तिष्क की गतिविधियों व दर्द के संदेश देने को इग्नोर करता है.
यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो स्कूल आफ मेडिसिन में प्रोफेसर व अध्ययन के वरिष्ठ लेखक फैडेल जेइडान के अनुसार, 'जब दर्द कम महसूस होने लगे तो वह वास्तविक ध्यान है. अध्ययन में 40 ऐसे लोगों को शामिल किया गया था जिन्हें ध्यान के दौरान पैरों पर दर्द पहुचाने वाले प्रहार किए गए.
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इस दौरान सभी की मस्तिष्क की स्कैनिक की जा रही थी. प्रतिभागियों को दो समूहों में बांटा गया और एक समूह को दर्द के दौरान ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया था. शोधकर्ताओं ने पाया कि ध्यान लगाने वाले समूह को दर्द 32 प्रतिशत कम हुआ था तुलना में उनके जो ध्यान में नहीं बैठे थे.
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