हर दिन गेहूं के आटे का दलिया या ज्वार, बाजरा या चावल की रोटी खाते हैं ये सोच के भी आपका वेट और शुगर कंट्रोल रहेगा तो आपको बता दे इन आटे की रोटियों से ज्यादा कागरग सिंघाड़े का आटा होता है.सिंघाड़ा पानी में उगाया जाता है. इसीलिए कुछ लोग इसे पानी का फल भी कहते हैं. सिंघाड़े में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं. इसमें वजन नियंत्रित करने के गुण भी होते हैं. इसीलिए कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ आहार मेंसिंघाड़े के आटे का उपयोग करने का सुझाव देते हैं.
नवरात्रि के व्रत के दौरान कई लोग सिंघाड़े के आटे से बने व्यंजन खाते हैं. क्योंकि इसमें कैल्शियम, विटामिन ए, विटामिन सी, कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है. मनुष्यों के लिए सिंघाड़े के कई स्वास्थ्य लाभ हैं. यह कई बीमारियों से बचाता है.
सिंघाड़े का आटा कैसे खाया जाता है?
अगर आप तेजी से वजन कम करना चाहते हैं तो सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल कई तरह से कर सकते हैं. आप इसमें चपटिया, ढोकला, भाजी जैसे कई व्यंजन बना सकते हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञ नाश्ते में सिंघाड़े के आटे का उपयोग करने की सलाह देते हैं. क्योंकि इसके बाद आपको काफी समय तक भूख नहीं लगती है और आप ज्यादा नहीं खाते हैं. यानी आपको भोजन के ठीक समय भूख लगेगी.
सिंघाड़े के आटे के फायदे
- जिन लोगों को थायराइड है उन्हें अपने दैनिक आहार में सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल करना चाहिए. क्योंकि इसमें विटामिन बी6, पोटैशियम और आयोडीन जैसे तत्व पाए जाते हैं.
-अगर आप नाश्ते में सिंघाड़े के आटे से बनी चपातियां खाएंगे तो आपको पूरा दिन पेट भरा हुआ महसूस होगा और शरीर को ऊर्जा भी मिलेगी.
-सिंघाड़े में पोटैशियम भारी मात्रा में पाया जाता है. साथ ही इसमें सोडियम भी बहुत कम होता है. इसलिए यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है.