डीएनए हिंदी: देश के कई इलाकों में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में डेंगू के मरीजों के साथ बीमारी की वजह से होने वाली मौत के आंकड़ें भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसलिए इस वक्त डेंगू से बचाव करना बहुत ही ज्यादा जरूरी है. अमूमन डेंगू में कई लोग तो आसानी से ठीक हो जाते हैं, लेकिन कई बार मरीजों की हालत (Severe Dengue) खराब हो जाती है. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि डेंगू किस वक्त आपकी हेल्थ के लिए जानलेवा हो सकता है और उस वक्त शरीर में क्या लक्षण दिखाई देते हैं. ऐसे में आप भी इन (Home Remedy For Dengue) लक्षणों के बारे में जानकर समझ सकते हैं कि किस वक्त डेंगू खतरनाक हो जाता है और भविष्य में कभी भी इस परिस्थिति का सामना होने पर इलाज करवाया जा सकता है....
इस स्थिति में डेंगू हो जाता है जानलेवा (Severe Dengue)
हम सभी यह भली-भांति जानते हैं कि डेंगू किस तरह से फैलता है और इसके लक्षण क्या होते हैं. लेकिन, सवाल ये उठता है कि आखिर कैसे पता लगाया जाए कि डेंगू अब सीरियस हालत तक पहुंच गया है और अब जल्द से जल्द एक्सट्रा ट्रीटमेंट की आवश्यकता है. बता दें कि डेंगू संक्रमण चार अलग-अलग स्ट्रेन के वायरस से फैलता है, जिन्हें सीरोटाइप कहा जाता है और ये चारों अलग-अलग तरीके से एंटीबॉडी को प्रभावित करते हैं.
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ऐसे में स्ट्रेन के हिसाब से डेंगू घातक रूप भी ले सकता है जैसे कि डेंगू हेमरेजिक फीवर (DHF) और डेंगू शॉक सिंड्रोम (DSS). इन्हें गंभीर या जानलेवा डेंगू भी कहा जाता है. हालांकि, डेंगू का ये रूप बहुत ही कम लोगों में मिलता है. इसके अलावा गंभीर डेंगू किसी को भी हो सकता है लेकिन इसका सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को होता है.
ये हैं घातक डेंगू के लक्षण (Symptoms Of Severe Dengue)
डेंगू की शुरुआत तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में तेज दर्द, थकान, मितली, उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते और भूख ना लगने जैसे लक्षणों से होती है और कई दिनों के बाद, आमतौर पर 3-7 दिनों के बाद मरीज में गंभीर डेंगू के लक्षण आ सकते हैं. पेट में तेज दर्द, तेजी से सांस लेना, लगातार उल्टी, उल्टी में खून आना, पेशाब में खून आना, बॉडी में लिक्विड जम जाना, मसूड़ों और नाक से खून बहना, लिवर में दिक्कत, प्लेटलेट काउंट का तेजी से गिरना और सुस्ती, बेचैनी महसूस होना आदि इन लक्षणों में शामिल हैं. ऐसी स्थिति में मरीज को तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती करने की जरूरत पड़ती है.
बचाव के 10 घरेलू उपाय
ठंडे पानी से करें सिकाई
ठंडे पानी की सिकाई बुखार और दर्द को कम करती है और इससे तेज बुखार से आंखों मे होने वाली जलन से भी राहत मिलती है.
खाने का रखें ध्यान
डेंगू बुखार में ऐसी डाइट चुनें जो विटामिन और खनिजों से भरपूर हों, जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज. क्योंकि
पोषक तत्वों से भरपूर खाना खाने से आपका इम्यून सिस्टम अच्छा होता है और आपके जल्दी सही होने के आसार बढ़ जाते हैं.
खुद को रखें हाइड्रेटेड
ऐसे में जितना सके मौसमी जूस, नारियल पानी , ORS का घोल लें क्योंकि इससे आप हाइड्रेटेड रहेंगे. बता दें कि लिक्विड डाइट शरीर से खराब पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करती है.
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आराम करना है जरूरी
किसी भी बिमारी में शरीर को ठीक होने के लिए समय की जरूरत होती है, लिहाजा जरूरी है की आप ऐसी स्थिति में अच्छे से आराम करें और रोज कम से कम 8 घंटे की नींद लेने की कोशिश करें.
दर्द कम करने वाली दवाएं लें
एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल) या इबुप्रोफेन (एडविल) जैसी दर्द कम करने वाली दवाएं बुखार, सिरदर्द और मांसपेशियों के दर्द से राहत दिलाने में मददगार होती हैं. इन दवाओं को डॉक्टर की सलाह के बाद आप ले सकते हैं.
मच्छरों के काटने से बचाएं
बता दें कि डेंगू बुखार फैलाने वाले मच्छर दिन के समय सबसे ज्यादा घूमते हैं, इसलिए जरूरी है कि खुद को मच्छरों के काटने से बचाएं.
नीम के पत्ते आएंगे काम
नीम की पत्तियों में सूजन-रोधी और एंटीवायरल गुण होते हैं और ये डेंगू बुखार के लक्षणों को कम करते हैं. इसके लिए आप मुट्ठी भर नीम की पत्तियों को पानी में उबालकर नीम की पत्ती की चाय बना सकते हैं.
पपीते के पत्ते का रस है फायदेमंद
प्लेटलेट्स काउंट और इम्यून सिस्टम को बढ़ाने के लिए पपीते की पत्ती का रस को सबसे अच्छा उपाय माना जाता है. इसके लिए आप मुट्ठी भर पपीते के पत्तों को पानी के साथ मिलाकर पपीते के पत्तों का जूस बना सकते हैं.
गिलोय का रस है फायदेमंद
डेंगू बुखार के अलावा कई अन्य बीमारियों में भी गिलोय बहुत ही फायदेमंद होता है. यह इम्यून सिस्टम को बढ़ाने मे मदद करता है. इसके लिए 2-3 गिलोय के टुकड़े लेकर पानी मे उबालकर छान लें और ठंडा होने के बाद पिएं.
जौ का पानी करेगा मदद
जौ का पानी एक ताज़ा और हाइड्रेटिंग पेय है और ये बुखार और मतली से आराम तुरंत आराम दिलाता है. जौ का पानी बनाने के लिए जौ को 30 मिनट तक पानी में उबालें और फिर इस उबले हुए पानी को छान लें और पानी पी लें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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