नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा(Maa Kushmanda) की पूजा की जाती है. देवी कुष्मांडा को ब्रह्मांड की सर्वोच्च शक्ति माना जाता है. ऐसा माना जाता है कि उन्होंने अपनी मुस्कान से इस ब्रह्मांड का निर्माण किया था. इस दिन कद्दू का हलवा बनाकर देवी को भोग लगाना बहुत शुभ माना जाता है. कद्दू का संबंध देवी कुष्मांडा से है और ऐसा माना जाता है कि इसे देवी को भोग लगाने से देवी प्रसन्न होती हैं. आइए यहां जानें घर पर कद्दू का हलवा बनाने की विधि.
क्यों लगाया जाता है कद्दू का भोग?
देवी कुष्मांडा को कद्दू बहुत प्रिय है. ऐसा माना जाता है कि उन्हें कद्दू चढ़ाने से वे प्रसन्न होती हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.कद्दू में विटामिन ए और बीटा कैरोटीन समेत कई पोषक तत्व होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं. कद्दू को ब्रह्मांड से भी जोड़कर देखा जाता है. ऐसा माना जाता है कि ब्रह्मांड की उत्पत्ति एक बीज से हुई है और कद्दू का बीज भी इसी का प्रतीक है.
कद्दू का हलवा बनाने की रेसिपी
सामग्री:
- कद्दू - 500 ग्राम
- दूध - 1 लीटर
- चीनी - 250 ग्राम
- घी - 100 ग्राम
- इलायची पाउडर - 1/2 चम्मच
- काजू-बादाम - 50 ग्राम (बारीक कटा हुआ)
- किशमिश - 25 ग्राम
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विधि:
घर पर कद्दू का हलवा बनाना बहुत आसान है. सबसे पहले कद्दू को छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. नॉन-स्टिक पैन में घी गर्म करें और उसमें कद्दू के टुकड़े डालकर सुनहरा होने तक भुने लें. भुने हुए कद्दू में दूध डालकर मध्यम आंच पर पकाएं. अगर आप सूजी का इस्तेमाल कर रहे हैं तो उसे दूध में डालकर अच्छे से मिला लें और गाढ़ा होने तक पका लें. जब कद्दू पिघल जाए और मिश्रण गाढ़ा हो जाए तो उसमें चीनी डालकर अच्छे से मिला लें. फिर इलायची पाउडर और ड्राई फ्रूट्स डालकर मिला लें. इसे धीमी आंच पर तब तक पकाएं जब तक हलवा गाढ़ा न हो जाए और दूध पूरी तरह सूख न जाए. हलवे को ठंडा होने दें और फिर माता रानी को भोग लगाएं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी समान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)
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