Smartphone Joint Disease: इन 6 ज्वाइंट्स पेन की वजह है स्मार्ट फोन, हड्डियों की गंभीर बीमारियों की देख लें लिस्ट

ऋतु सिंह | Updated:Jun 05, 2023, 10:52 AM IST

joint disorders due to excess mobile use

Joint Health News: स्मार्टफोन की वजह से केवल आंखों पर ही असर नहीं पड़ता. हम आपको बताने जा रहे हैं जोड़ों के दर्द से जुड़ी हुई उन समस्याओं के बारे में जो स्मार्टफोन के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल से जुड़ी हैं.

डीएनए हिंदीः स्मार्टफोन के जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल की वजह से केवल आंखों, नींद, याद्दाश्त और सीखने के कौशल पर ही बुरा असर नहीं पड़ता है, बल्कि अब इसमें जोड़ों के दर्द की समस्या भी जुड़ गई है. स्मार्टफोन इस्तेमाल करते समय हमारे उठने-बैठने के खराब शारीरिक तौर तरीकों की वजह से जोड़ों पर भी बुरा असर पड़ रहा है. मोबाइल देखते समय लगातार गर्दन आगे की ओर झुकी रहने से सर्वाइकल में चोट पहुंचने और पीठ में कूबड़ निकलने की आशंका रहती है. इसके साथ ही जोड़ों को आपस में जुड़ा रखने वाले लिगामेंट की बनावट में भी खराबी आ सकती है. इससे बच्चों और युवाओं में भी ज्वाइंट डिसऑर्डर की समस्या हो सकती है. 

नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की रिसर्च के मुताबिक बच्चों में जोड़ों की समस्याएं बढ़ी हुई देखी जा रही हैं. जरूरत से ज्यादा मोबाइल के इस्तेमाल से ये 6 तरह की समस्याएं देखने को मिल सकती हैं. आइए जानते हैं

गर्दन और कंधे में दर्द
रोजाना दो से तीन घंटे से ज्यादा मोबाइल प्रयोग से गर्दन, कंधे और पीठ में दर्द शुरू हो सकता है. खासतौर पर लेट कर मोबाइल देखने की आदत ज्यादा खतरनाक होती है. 

ऑस्टियोअर्थराइटिस का खतरा
मोबाल पर लगातार टाइपिंग से उंगलियों और खास तौर पर अंगूठे में ऑस्टियोअर्थराइटिस के पहले स्टेज की समस्या हो सकती है. अमूमन ये समस्या बुजुर्गों में देखने को मिलती है, लेकिन अब ये बच्चों और युवाओं में तेजी से अपनी पैठ बना रही है. 

कलाई और हाथ के मूवमेंट पर असर
अगर मोबाइल लगातार हाथ में है और इस्तेमाल हो रहा है तो उसे एक ही पोजिशन में रखना पड़ता है. ऐसे में कई कई घंटे तक हमारा हाथ एक ही अवस्था में रह जाता है. इसकी वजह से कलाई और हाथों के मूवमेंट के सख्त होने की समस्या देखने को मिलती है. यानी कि आपकी कलाई और हाथों को जितना लचीला रहना चाहिए, वे उतने लचीले नहीं रह जाते. 

मांसपेशियों में खिंचाव और कोहनी की समस्या
लगातार हाथों को मोड़े रहने से कोहनी के लचीलेपन और मूवमेंट में दिक्कत आ सकती है. 

हैंड आर्म वाइब्रेशन सिंड्रोम (HAVS)
जिन बच्चों को मोबाइल पर गेम खेलने की आदत होती है उनमें ये समस्या देखने को मिलती है. उनके हाथों में अत्यधिक दर्द होने लगता है जो लगातार बना रहता है. हाथ कमजोर भी हो जाते है. 

जोड़ों और लिगामेंट में सुन्नाहट
फोन के ज्यादा इस्तमाल से कई बार हाथों और कलाई में झनझनाहट, दर्द, सुन्नपन या डिफॉर्मिटी होने लगती है. 

इनमें से किसी भी एक समस्या का अगर आप सामना कर रहे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.

(Disclaier: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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