डीएनए हिंदीः ज्यादातर लोगों को सर्दी का मौसम पसंद होता है. हालांकि इस मौसम में बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. जिनमें से एक है हाई ब्लड प्रेशर की समस्या. जब रक्त वाहिकाओं के माध्यम से बहने वाले रक्त का बल बहुत अधिक हो जाता है, तो उस स्थिति को उच्च रक्तचाप कहा जाता है.
यदि आपका रक्तचाप 90/60 mmHg से अधिक और 120/80 mmHg से कम है, तो आपकी स्थिति स्वस्थ मानी जाती है. यदि रक्तचाप 120/80 mmHg और 140/90 mmHg के बीच है, तो यह स्थिति भी सामान्य मानी जाती है. हालाँकि, यदि आपका रक्तचाप 130/80 mmHg या अधिक है, तो इसे उच्च रक्तचाप माना जाता है.
ठंड में क्यों बढ़ता है BP?
दरअसल, ठंड के मौसम में तापमान गिरने से धमनियां सिकुड़ने लगती हैं. इसमें रक्त प्रवाह को बनाए रखने के लिए अधिक बल की आवश्यकता होती है. जिससे ब्लड प्रेशर की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में अगर समय रहते बीपी को नियंत्रित नहीं किया गया तो इसका गंभीर असर होगा. जो हार्ट अटैक, हाई फेल्योर, स्ट्रोक और दिल से जुड़ी कुछ अन्य गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है. इसलिए जल्द से जल्द चिकित्सा उपचार लेना जरूरी है.
हाई बीपी के लक्षण
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, हाई बीपी के कोई खास लक्षण नहीं होते हैं. हालाँकि, कुछ विशेष मामलों में, पीड़ित को बार-बार पेशाब आना, समय-समय पर गंभीर सिरदर्द, लाल आँखें, सीने में तेज दर्द, नाक से खून आना, चेहरे का लाल होना, अत्यधिक पसीना आना आदि से पीड़ित हो सकता है. धुंधला दिखना, उल्टी आना और जी मिचलाना जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
बीपी को कंट्रोल करने के लिए डाइट में शामिल करें ये फूड्स
चुकंदर
इसमें पोटेशियम और नाइट्रिक ऑक्साइड प्रचुर मात्रा में होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है. नाइट्रिक ऑक्साइड एक अणु है जो पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण को बनाए रखने में मदद करता है. ऐसे में इसका सेवन आपके शरीर के लिए अच्छा होता है. आप चुकंदर को सलाद के रूप में खा सकते हैं या इसके जूस को अपने दैनिक आहार का हिस्सा बना सकते हैं.
लहसुन
हाई बीपी के मरीजों के लिए लहसुन का सेवन किसी वरदान से कम नहीं है. कई स्वास्थ्य रिपोर्टों से पता चलता है कि यह रक्त को पतला करने का काम करता है. ऐसे में खासकर ठंड के मौसम में इसे खाने से खून का थक्का जमने से रोकता है. इसलिए हाई बीपी से पीड़ित लोगों को लहसुन का सेवन करना चाहिए. यह नसों पर तनाव (दवा तनाव) को कम करता है, जिससे हृदय संबंधी समस्याएं भी कम हो सकती हैं.
गाजर
हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए भी गाजर का सेवन फायदेमंद हो सकता है. गाजर में पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है, जो बीपी को कंट्रोल में रखता है. इसके अलावा यह रक्त वाहिकाओं और धमनियों में तनाव को कम करने में भी मदद करता है.
पत्तेदार साग
इसके अलावा सागौन पोटेशियम और नाइट्रिक ऑक्साइड का भी बहुत अच्छा स्रोत है. ऐसे में पालक, बथुआ, सरसों आदि को आहार का हिस्सा बनाने से भी ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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