डीएनए हिंदी: (Coconut Water) गर्मियों का मौसम आते ही नारियल पानी की डिमांड तेजी से बढ़ जाती है. इसकी वजह नारियल पानी में दर्जनों न्यूट्रीएंट्रस का पाया जाना है. यह हमारी बाॅडी को डिहाइड्रेट रखने के साथ ही पेट से लेकर हेल्थ को भी फिट रखते हैं. नारियल का पानी गर्मियों में किसी एनर्जी से कम नहीं होता.
इसमें सोडियम, पोटैशियम, मैग्नेशियम, कैल्शियम और इलेक्ट्रोलाइट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यह बाॅडी में इंस्टैंट एनर्जी देते हैं. साथ ही कई सारी गंभीर समस्याओं को खत्म कर देती हैं. यही वजह है लोग गर्मियों में जमकर नारियल पानी का सेवन करते हैं. सड़क किनारे ठेलियों पर इसकी सेल बढ़ जाती है. इसबीच नारियल पानी पीने के शौकीन लोगों के लिए ज्यादा पानी वाले नारियल की पहचान करना एक चुनौती होता है. इसकी वजह नारियल पानी पर न तो कोई तारीख होती है और न ही कोई ऐसी डिटेल होती है, जिसे ज्यादा पानी या मलाई का पता चल सकें.
पानी है या मलाई वाला नारियल
जब भी ठेले पर नारियल लेने निकलते हैं तो ठेले वाला पूछता है कि पानी वाला या मलाई वाला नारियल चाहिए, लेकिन कई बार पानी वाला नारियल मांगने पर भी उसमें पानी के नाम पर सिर्फ थोड़ा सा पानी निकलता है. वहीं जमकर मलाई निकल जाती है. ऐसे में लोग जानना चाहते हैं कि आखिर कैसे ज्यादा नारियल वाले पानी की पहचान की जा सकें. बता दें कि कच्चे नारियल में औसतन 300 से 350 ग्राम पानी होता है. लेकिन कई बार इस पानी की जगह पर मलाई निकल जाती है. ऐसे में मन थोड़ा परेशान हो जाता है, लेकिन अब परेशान होने की जरूरत नहीं है. हम आपको बताते हैं कि आप ठेले वाले नहीं बल्कि खुद कैसे ज्यादा पानी वाले नारियल की पहचान कर सकते हैं. आइए जानते हैं...
ऐसे पहचाने ज्यादा पानी वाला नारियल
-अगर आप ज्यादा पानी वाला नारियल पानी पीना चाहते हैं तो इसके लिए ज्यादा बड़ा या ज्यादा छोटे साइज का नारियल न चुनें. इसे पानी का कोई संबंध नहीं होता है. कुछ लोग समझते हैं कि बड़े नारियल में ज्यादा पानी होगा. ऐसा नहीं है. बल्कि इसमें पानी की जगह मलाई की संभावना ज्यादा होती है. इसकी वजह इसका पकना शुरू हो जाता है. इसमें मलाई बने लगती है, जिसके चलते पानी की मात्रा कम हो जाती है. ऐसे में मीडियम साइज का ही नारियल चुनें, जो ज्यादा छोटा और ज्यादा बड़ा न हो.
-मीडियम साइज का नारियल लेकर उसे हिलाकर देखें. अगर इसमें पानी के छलकने की आवाज समझ आएं तो इसे न खरीदें. इसमें आवाज आने मतलब है कि नारियल में मलाई जमना शुरू हो गई है, जिसके चलते पानी की मात्रा कम है. वहीं जिस नारियल से आवाज नहीं आती है. इसका मतलब है कि नारियल में पानी अच्छी मात्रा में है. नारियल पूरी तरह से पानी से भरा हुआ है.
-नारियल खरीदते समय उसका रंग भी पानी की मात्रा बता सकता है. हमेशा हरा और ताजा नारियल ही लेना चाहिए. इसमें ज्यादा पानी निकलने की संभावना होती है. जबकि भूरा या हल्के पीले रंगा नारियल नहीं लेना चाहिए. इसमें मलाई जमने की प्रोसेस शुरू हो चुकी होती है, जिसकी वजह से पानी कम निकलने की संभावन होती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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