शरीर में इन 7 लक्षणों के दिखते ही काम से लें ब्रेक, नहीं तो बढ़ जाएगा जान का खतरा

Written By नितिन शर्मा | Updated: Sep 20, 2024, 04:31 PM IST

किसी भी व्यक्ति का लगातार काम करना उसके लिए घातक हो सकता है. इसका एक उदाहरण हाल ही में पूणे में सामने आया. जहां 26 वर्षीय सीए की अधिक काम और तनाव के चलते मौत हो गई. 

आज के समय में भागदौड़ भरी​ जिंदगी और वर्क प्रेशर के चलते लोग तनाव में आ रहे हैं. हाल ही में पुणे की एक चार्टर्ड अकाउंटेंट की मौत हो गई. उसके परिजनों ने ऑफिस पर ज्यादा तनाव और बर्नआउट के गंभीर आरोप लगाते हुए, उन्हें उसकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है. दावा किया जा रहा है कि सिर्फ 26 साल की उम्र में जान गंवाने वाली सीए की मौत चार महीनों तक असहनीय वर्क प्रेशर की वजह से हुई है. यह घटना इशारा करती है कि तनाव जब हद से ज्यादा जाता है तो शरीर थकान के साथ ही ब्रेक लेने का संकेत देता है, लेकिन लोग काम के दबाव में इसे इग्नोर कर देते हैं और यही अनदेखी मौत की वजह बन जाती है. आइए जानते हैं वो 7 संकेत, जिनके दिखने पर व्यक्ति को ब्रेक ले लेना चाहिए...

दिल की धड़कन का तेज होना

अगर आपके दिल की धड़कन बढ़ रही है. इसके अलावा शारीरिक समस्याएं जैसी सांस लेने में दिक्कत या सांस फूलने जैसी समस्या हो रही है तो काम छोड़कर आराम करें. साथ ही डॉक्टर को जरूर दिखाएं. अन्यथा आपकी मानसिक से लेकर शारीरिक स्थिति खराब हो सकती है.

थकान का बढ़ना

अगर आप बिना किसी भागदौड़ के शारीरिक थकान महसूस कर रहे हैं. लंबी नींद लेने के बाद भी सुबह उठने में दिक्कत हो रही है तो समझ लें कि आपकी बॉडी ब्रेक मांग रही है. ऐसी स्थिति में काम से ब्रेक लेकर थोड़ा रेस्ट करें. 

लगातार सिरदर्द या माइग्रेन

लगातार सिरदर्द रह रहा है तो यह तनाव या माइग्रेन की समस्या को जन्म देता है. अगर आप सिरदर्द से परेशान रहते हैं तो यह आपके मानसिक तनाव की तरफ इशारा करता है. ऐसी स्थिति में ब्रेक जरूर लें. 

नींद की कमी या ज्यादा नींद दोनों नुकसानदायक

अक्सर आपने लोगों को नींद की कमी के बारें में कहते या बात करते सुना होगा. इसके नुकसान के बारे में ज्यादातर लोग चर्चा करते हैं. लेकिन सामान्य से अधिक नींद भी मानसिक तनाव का संकेत देती है. ऐसी स्थिति में डॉक्टरी सलाह जरूर लें. 

मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन

जब आप किसी दबाव में होते हैं तो आपके व्यवहार पर इसका असर दिखाई देने लगता है. आप चिड़चिड़ाने के साथ ही मूड स्विंग्स के शिकार हो जाते हैं. ऐसी स्थिति में काम से ब्रेक लेकर कुछ समय खुद को दें. 

काम पर ध्यान केंद्रित न कर पाना

जब आप लगातार काम करते हैं. ऐसी स्थिति में तनाव बढ़ने की वजह से ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते हैं. ऐसी स्थिति में आपको ध्यान केंद्र करने पर कठिनाई होने लगती हैं. ऐसी स्थिति में ध्यान जरूर करें. 

पाचन संबंधित समस्याएं

शरीर पर ज्यादा मानसिक तनाव का असर पाचन तंत्र को भी प्रभावित करता है. इसकी वजह से पेट में दर्द से लेकर अपच की समस्याएं होने लगती है. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो आराम जरूर कर लें. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.