खराब कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना आपके दिल पर सीधा हमला कहा जा सकता है. क्योंकि जब शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है तो हृदय से जुड़ी नसें क्षतिग्रस्त होने लगती हैं. कोलेस्ट्रॉल, जो नसों को अंदर से संकीर्ण और सख्त कर देता है, आपके शरीर में रक्त परिसंचरण पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है. खराब ब्लड सर्कुलेशन से शरीर में कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. साथ ही इससे दिल पर काफी दबाव पड़ सकता है. दरअसल, अगर रक्त वाहिकाएं पर्याप्त तेजी से प्रवाहित नहीं होती हैं, तो हृदय के लिए रक्त पंप करना मुश्किल हो जाता है और शरीर के विभिन्न हिस्सों को सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है.
खराब कोलेस्ट्रॉल से दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल या एलडीएल के स्तर को कम करने के लिए सही समय पर सही प्रयास करना महत्वपूर्ण है. आपका आहार आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित करने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है. यदि आप कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करते हैं और कोलेस्ट्रॉल कम करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाते हैं, तो आपके दिल को बीमारी से स्वस्थ रखना आसान हो सकता है.
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के क्या कारण हैं
घंटों तक एक ही जगह पर काम करना, देर रात तक जागना और खाने-पीने के प्रति लापरवाही बरतना कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का सबसे बड़ा कारण माना जा सकता है. खराब जीवनशैली के कारण ये समस्याएं तेजी से बढ़ी हैं. यूपी के प्रेम रघु आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अभिनव राज के मुताबिक, किचन में रखी कई चीजों के सेवन से घर पर ही कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है. इससे पाचन में सुधार होगा और हृदय स्वास्थ्य मजबूत होगा.
बेसन
क्या आप जानते हैं बेसन में ऐसे गुण होते हैं जो शरीर में छिपे खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं? गेहूं के आटे की तुलना में, चने के आटे में आहारीय फाइबर अधिक होता है और इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है. इसीलिए बेसन मधुमेह रोगियों, मोटे लोगों और उच्च कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है. आप बेसन को अपनी रोजाना की रोटी के आटे में मिला सकते हैं. ये रोटियां खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकती हैं.
जई
नाश्ते में खाया जाने वाला ओट्स आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है. गेहूं के आटे की रोटियां बनाते समय थोड़ा सा जई का आटा या जई का पाउडर मिला लें. जौ के आटे का आटा पारंपरिक तरीके से भी इस्तेमाल किया जा सकता है. ओट्स मिलाने से रोटी अधिक पौष्टिक हो जाएगी और ओट्स में मौजूद कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट पाचन तंत्र के काम को भी आसान बना देगा. वहीं, इसमें मौजूद डाइटरी फाइबर शरीर में पहुंचते ही कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित करने का काम करेगा.
अलसी के बीज
प्राकृतिक रूप से स्वस्थ वसा और आहार फाइबर से भरपूर जैतून के बीज खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में प्रभावी माने जाते हैं. अलसी में पाया जाने वाला फाइबर शरीर में पहुंचता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित करता है. तो खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर तेजी से कम होने लगता है. आप अलसी के बीजों का पाउडर बनाकर अपने शहद के घोल में मिला सकते हैं.
दालचीनी का प्रयोग
सब्जियों का स्वाद बढ़ाने वाला मसाला दालचीनी कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी काफी कारगर माना जाता है. दालचीनी की डंडी को पीसकर पाउडर बना लें और किसी कन्टेनर में भरकर रख लें. रोज सुबह खाली पेट एक चुटकी दालचीनी पाउडर पानी के साथ लें. इससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी तेजी से कम होगा.
ईसबगोल
दुकान में सस्ते में मिलने वाली ईसबगोल की भूसी भी आपकी खराब कोलेस्ट्रॉल की समस्या को कम कर सकती है. आप इसबगोल को गेहूं के आटे में मिलाकर इसकी रोटी बनाकर खा सकते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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