उम्र के साथ इंसान का शरीर कमजोर होने लगता है. खाने से लेकर बैठने तक में दिक्कत होती है, लेकिन अगर इस बीच आपकी पकड़ हल्की हो जाए तो यह कमजोरी नहीं, बीमारी का संकेत है. रिसर्च में भी ऐसा दावा किया गया है. आर्थोपेडिक सर्जनों का कहना है कि आपके हाथ की ताकत कम होने का मतलब है कि आप बीमारी की चपेट में हैं और जल्द ही अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है. इसके पीछे कई बीमारियों का खतरा बढ़ना है.
इन बीमारियों के कारण पकड़ हल्की हो जाती है
विशेषज्ञों के मुताबिक हाथ कमजोर होने के पीछे डायबिटीज, किडनी, लिवर और दिल का ठीक से काम न करना है. उन्हें बीमारी होने का खतरा रहता है. इसके साथ ही हड्डियों में कैल्शियम की कमी और कैंसर जैसी बीमारियां भी आपकी पकड़ को कमजोर कर देती हैं.
सरकोपेनिया मुख्य खतरा है
सरकोपेनिया जैसे रोग हाथ की कमजोरी का कारण बन सकते हैं. सरकोपेनिया में मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं. उनकी कार्य करने की क्षमता कम हो जाती है. यह बीमारी आपके दिल के लिए भी घातक है, जो धीरे-धीरे व्यक्ति में पनपती है और उसे बहुत बीमार कर देती है. साथ ही, उच्च या निम्न रक्त शर्करा स्तर और ऑक्सीजन भी आपकी पकड़ को कमजोर करते हैं.
आप किसी हड्डी रोग विशेषज्ञ की मदद ले सकते हैं
हाथ की पकड़ की जांच के लिए आप किसी हड्डी रोग विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं. एक हड्डी रोग विशेषज्ञ डायनेमोमीटर का उपयोग करके कलाई का परीक्षण कर सकता है. यह कमजोर पकड़ वाले पैमाने पर हाथ की ताकत को मापता है.
इस तरह आप सुधार कर सकते हैं
विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर आपके हाथों की पकड़ कम हो रही है तो अपने वजन पर नियंत्रण रखें. साथ ही पैदल जरूर चलें. वजन उठाने से लेकर हैंड ग्रिप एक्सरसाइज करें. इससे आपके हाथ की पकड़ बेहतर होगी. जैसे-जैसे मांसपेशियां मजबूत होंगी, पकड़ बढ़ती जाएगी.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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