डीएनए हिंदीः यौन सपंर्क में आने से होने वाली ये गंभीर बीमारी कई समस्याओं की वजह बनती है. इस बीमारी में स्किन में घाव, छाले और चकत्ते उभरने लगते हैं. मुख्यतः ये बीमारी प्राइवेट पार्ट्स में होती है लेकिन इसका असर पूरे शरीर पर होता है. इसके जीवाणु संक्रमण को एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक किया जा सकता है लेकिन ये एक से दूसरे में आसानी से यौन संपर्क में आने से फैल सकती है.
इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक पोर्न स्टार्स अब एक यूनियन की स्थापना की मांग कर रहे हैं. बता दें कि बीमारी के फैलने से बहुत से पोर्न स्टार इसकी चपेट में आ गए हैं. बता दें कि अगर इस बीमारी का इलाज न किया जाए तो सिफलिस गंभीर समस्याओं को ट्रिगर कर सकता है, जिसमें शरीर के इंटरनल पार्ट से लेकर दिमागी प्रक्रियाएं भी प्रभावति होने लगती हैं. दिमाग सही तरीके से काम नहीं करता है.
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पूर्व पोर्न एक्टर लियान यंग का कहना है कि पिछले कुछ दिनों में जिन पेशेवर पोर्न एक्टर्स से उन्होंने बात की है, उन्होंने सिफलिस के बारे में बढ़ती चिंताओं के कारण काम करना बंद कर दिया है.
सिफलिस का मतलब क्या होता है
सिफिलिस टी पैलिडम बैक्टीरिया से फैलने वाला संक्रमण है, जो स्किन पर होने वाले सिफिलिटिक छाले और श्लेष्मा झिल्ली में ट्रांसफर हो जाता है. सिफलिस को हिंदी में उपदंश के नाम से जाना जाता है. ये एक प्रकार का गुह्य रोग है जो मुख्यतः लैंगिक संपर्क के द्वारा फैलता है.
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सिफलिस बीमारी से कौन सा अंग प्रभावित होता है
सिफलिस बीमारी एक सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन है. ये जनानांगों से होते हुए हार्ट, ब्रेन और शरीर के दूसरे अंगों को भी डैमेज कर सकती है. इसके इलाज में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए.
कैसे फैलता है इसका संक्रमण
सिफिलिटिक छालों से संक्रमित व्यक्ति के साथ यौन संपर्क के माध्यम से भी इसका संक्रमण फैलता है. ओरल सेक्स से भी ये फैलता है. यह संक्रमण चुंबन के माध्यम से भी फैल सकता है.
इस बीमारी के लक्षणों भी पहचानें
- इस रोग का यह पहला लक्षण है पुरुषों या महिलाओं के जनानंगों पर अल्सर या घाव. पुरुषों के लिंग और महिलाओं के गर्भाशय, योनि या फिर इन दोनों अंगों के बाहरी हिस्से पर घाव नुमा अल्सर हो सकता है.
- अचानक से बेहद कमजोरी और बेचैनी महससू होना.
- बुखार और गले में खराश के अलावा शरीर के विभिन्न हिस्सों के मांसपेशियों में और खासकर जोड़ों में भी दर्द होना.
- बाल झड़ने लगना यहां तक कि आइब्रो और पलकों के बाल भी झड़ने लगना.
- भूख ना लगना भी सिफलिस का एक लक्षण है.
- वजन का तेजी से कम होना
- आंखों की रोशनी पर भी असर होता है. कई मामलों में बैक्टीरिया के कारण ऑप्टिक डिस्क में सूजन हो सकती है और कुछ बेहद गंभीर मामलों में यह अंधेपन का कारण भी बन सकता है.
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क्या है इसका उपचार
शुरुआती चरणों में सिफिलिस का उपचार पेनिसिलिन से संभव है. यह एंटीबायोटिक दवा सिफलिस का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को मार सकती है, जिन्हें पेनिसिलिन से एलर्जी हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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