डीएनए हिंदीः बिग बॉस ओटीटी (Bigg Boss OTT) और इंटरनेट पर अपनी बोल्डनेस (Boldness) से आग लगाने वाली उर्फी जावेद (Urfi Javed) लैरिंजाइटिस (Laryngitis) से पीड़ित हैं. इस बात की जानकारी उन्होंने खुद इंस्टा स्टोरी में शेयर की है. यहां हम आपको इस बीमारी के बारे में डिटेल से बता रहें हैं. अपने ड्रेसिंग और खुलेपन के लिए जानी जाने वाली उर्फी को गले में संक्रमण (Throat Infection) हुआ है और ये संक्रमण ऐसा है जिसमें आवाज जाने तक का खतरा होता (Risk of Loss of Voice) है.
कभी तार तो कभी ब्लेड और चेन से बनी ड्रेसेज पहन कर अपना एक अलग ही स्टेटमेंट और ट्रेंड कायम करने वाली उर्फी की बीमारी की सूचना ने आने चाहने वालों को मायूस कर दिया है.
उर्फी दुबई के एक अस्पताल से उन्होंने ऑफिशियल इंस्टाग्राम विडियो शेयर कर जानकारी दी है कि वह लैरिंजाइटिस नामक बीमारी से जूझ रही हैं. उर्फी दुबई अपने दोस्तों के साथ ट्रिप पर गई हुई हैं. जहां तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल लाया गया. उर्फी लैरिंजाइटिस के साथ ही टॉन्सिलिटिस से भी पीड़ित हैं. डॉक्टरों ने उन्हें बोलने से मना किया है. क्या है ये बीमारी और कैसे इमसें आवाज जाने का खतरा होता है, चलिए जानें
क्या है लैरिंजाइटिस
लैरिंजाइटिस वाइस बॉक्स में सूजन की समस्या होती है. ये सूजन गले के ठीक पिछले हिस्से में होती है और वोकल कार्ड यानी जहां से ध्वनि निकलती है उसे दबा देती है. इससे आवाज निकलने में परेशानी होती है और बेहद कर्कश आवाज निकलती है. कई बार ये सूजन गंभीर होती है तो मरीज केवल फुसफुसा कर ही बोल पाता है. हालंकि ये गंभीर बीमारी नहीं बनती अगर समय पर इलाज हो जाए तो लेकिन अगर इलाज में देरी हो तो ये अवाज ले सकती है.
कैसे होती है लैरिंजाइटिस बीमारी
मायो क्लिनिक के अनुसार जब सांस की नली में संक्रमण हो तब ये बीमारी होती है. अधिकतर सर्दी-जुकाम, साइनोसाइटिस और ब्रोंकाइटिस के कारण भी होती है. गंभीर स्थितियों में ये कैंसर का कारण भी हो सकता है. इतना ही नहीं, अलावा सिगरेट का धुएं या बहुत अधिक शराब के कारण भी होता है. वहीं ये समस्रूा उनको भी होती है जिनके पेट में एसिड ज्यादा बना है इससे फूड पाइप में संक्रमण और सूजन होता है जो गले तक आ जाता है. इतना ही नहीं ये बीमारी उन लोगों को भी हो सकती है जो बहुत चिल्ला कर बोलते हैं या बहुत ज्यादा तेज बोलते रहते हैं. या बहुत देर तक गाना आदि गाते हैं.
लैरिंजाइटिस के लक्षण भी जान लें
- अवाज अचानक से बेहद कर्कश होने लगे
- चाह कर भी आवाज न निकले या बहुत धीमें निकले
- आवाज निकलना बंद होने लगे
- गले में सनसनी
- गला खराब होना
- गले में खराश
- सूखी खांसी आए.
संक्रमण के कारण होने वाले लैरिंजाइटिस सही वक्त पर उपचार मिलने के अभाव में श्वसन मार्ग के अन्य भागों में भी फैल सकता हैं.
लैरिंजाइटिस का उपचार
लैरिंजाइटिस के लिए कोई बेस्ट दवा नहीं है. ज्यादातर मामलों में, लैरिंजाइटिस के लिए सबसे अच्छा उपचार वोकल रेस्ट, स्टीम इनहेलेशन और उचित हाइड्रेशन है. संभावित अंतर्निहित कारण का इलाज करने या लक्षण राहत प्रदान करने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है.
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