डीएनए हिंदी: (Arhar Dal Ke Nuksan) हरी सब्जियों की तरह की खाने की थाली में दाल सबसे अहम पोषक तत्वों में से एक होती है. ज्यादातर भारतीय दिन के एक समय में सब्जी के साथ दाल जरूर खाते हैं. यह उनके स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हैं, लेकिन कुछ बीमारियां ऐसी हैं, जिनमें प्रोटीन और आयरन से भरपूर दाल फायदे की जगह आपकी मुश्किले बढ़ा देगी. इतना ही नहीं दाल में मौजूद प्रोटीन हड्डियों के ज्वाइंट्स को जाम कर उठने बैठने तक पर लाचार कर देंगे. इन दालों में पीली यानी अरहर की दाल शामिल है. अरहर की दाल खाने के कई सारे फायदे हैं. यह स्वस्थ लोगों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है, लेकिन यूरिक एसिड के मरीजों के लिए अरहर की दाल का ज्यादा सेवन जहर के समान होता है. इसमें मौजूद प्रोटीन शरीर को फायदा पहुंचाने की जगह जोड़ों को जाम कर देता है.
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इन सभी पोषक तत्वों से भरपूर है अरहर की दाल
पीले रंग की अरहर की दाल में आयरन, प्रोटीन, पोटैशियम, कॉपर, जिंक, सिलेनियम, मेंगनीज, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस भरपूर मात्रा में पाया जाता है. यह बॉडी वेट को कंट्रोल करने के साथ ही डायबिटीज से लेकर ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी के खतरे को कम करता है, लेकिन अरहर की दाल में मौजूद प्रोटीन यूरिक एसिड की समस्या से ग्रस्त लोगों के लिए जहर का काम करता है. इसकी वजह अरहर की दाल से मिलने वाला प्रोटीन यूरिक एसिड को ट्रिगर करता है. यह शरीर में यूरीन को बढ़ाता है. इसे यूरिक एसिड का लेवल हाई हो जाता है.
इन लोगों को नहीं खानी चाहिए अरहर की दाल
यूरिक एसिड शरीर में बनने वाले टॉक्सिन हैं. ये शरीर में प्यूरीन की मात्रा अधिक होने पर तेजी से बढ़ते हैं. यूरिक एसिड खून में शामिल होकर हड्डियों के जोड़ों में चिपककर क्रिस्टल का रूप ले लेता है. यह जोड़ों में गैप बढ़ाता है, जिसकी वजह से दर्द और सूजन शुरू हो जाती है. इसके साथ ही यूरिक एसिड का हाई लेवल किडनी को भी प्रभावित करता है. ऐसी स्थिति में यूरिक एसिड के मरीजों को अधिक प्रोटीन की चीजों का काम से कम सेवन ही फायदेमंद होता है. वहीं अरहर की दाल में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है. अरहर की दाल का सेवन करते ही यूरिक एसिड मरीजों में इसका लेवल हाई होने लगता है. इसे जोड़ों में दर्द और सूजन बढ़ जाती है.
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किडनी को भी प्रभावित करती है अरहर की दाल
यूरिक एसिड के अलावा जिन लोगों को किडनी की परेशानी रहती है. उन्हें भी अरहर की दाल का ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए. इसकी वजह अरहर की दाल में भरपूर मात्रा मात्रा में मिलने वाला पोटैशियम है. पोटैशियम और प्रोटीन किडनी में पथरी बनाने के साथ ही फिल्टर पावर को कम कर देता है. इसकी वजह से किडनी में स्टोन के साथ ही यह बॉडी को डिटॉक्स करने में फेल हो जाती है.
एलर्जी में न खाएं अरहर की दाल
कुछ लोगों को एलर्जी की समस्या रहती है. ऐसे में भूलकर भी रात के समय अरहर की दाल नहीं खानी चाहिए. यह आपका पाचन खराब कर सकती है. इसकी वजह अरहर में मिलने वाले पोषक तत्व प्रोटीन, आयरन, पोटैशियम आसानी से पचते नहीं है. ऐसे में एलर्जी से ग्रस्त लोगों को खासकर रात के समय इस दाल को नहीं खाना चाहिए.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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