Pets Disease: पालतू जानवरों से कौन से संक्रामक रोग होते हैं? इससे बचने के लिए करें ये 5 काम

Written By ऋतु सिंह | Updated: Feb 28, 2024, 02:50 PM IST

What infectious diseases transmitted by pets

क्या आप भी पालतू जानवरों (Pet Lover) को बहुत प्यार करते हैं और आपके घरों में पेट्स (Pets In Home) हैं. तो ये खबर आपके लिए बहुत खास है

जानवरों के साथ रहना आपके मानसिक स्वास्थ्य-ख़ुशी (Living with Pets Improve Mental Health and Happiness) के लिए अच्छा है. लेकिन अगर आपके पास कोई पालतू जानवर (Pets) है, तो उसे स्वस्थ रखने के लिए कुछ बुनियादी देखभाल करना भी महत्वपूर्ण है. क्योंकि जानवर कुछ बीमारियों से आपको संक्रमित कर सकते हैं. जानवरों में रेबीज या टॉक्सोप्लाज़मोसिज़ (एककोशिकीय परजीवी के कारण होने वाला संक्रमण) जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं.

यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के आंकड़े बताते हैं कि 10 में से 6 बीमारियां इंसानों में पालतू जानवरों स फैलती हैं. अगर आपके घर में भी जानवर हैं तो आपको कुछ सावधानी जरूर बरतनी चाहिए.

1-बोटुकातु में पॉलिस्ता स्टेट यूनिवर्सिटी (यूएनईएसपी) के पशु चिकित्सा और ज़ूटेक्निक्स विभाग के प्रोफेसर सिमोन बाल्डिनी के अनुसार है कि रेबीज वायरस लार, जानवरों की चाट, काटने या खरोंच के माध्यम से फैल सकता है. इन बातों का ध्यान रखें.
 
इसीलिए जानवरों के लिए नियमित रेबीज टीकाकरण आपकी सुरक्षा के लिए भी आवश्यक है. 
एक अन्य नियमित देखभाल है वह है उसे कृमि मुक्ति करे. ये दवाएं शरीर से परजीवियों को खत्म करती हैं.  जब स्वच्छता की बात आती है तो जानवरों के भोजन और पानी के कंटेनरों का रखरखाव महत्वपूर्ण है. साथ ही उनके पेशाब और शौच करने के स्थान को भी साफ रखना चाहिए.
 
2-बिल्लियों को अगर पालते हैं तो टोक्सोप्लाज्मा गोंडी नामक जीवाणु. इससे टोक्सोप्लाज्मोसिस नामक बीमारी होने का खतरा होता हैं. ये रोगाणु जानवरों के पाचन तंत्र में रहते हैं और मल में उत्सर्जित होते हैं. किसी व्यक्ति के दूषित पानी या अधपके भोजन के माध्यम से इन जीवाणुओं के सीधे संपर्क में आने की सबसे अधिक संभावना होती है.
 
3-कभी-कभी टोक्सोप्लाज़मोसिज़ बहुत गंभीर हो सकता है. यह गर्भवती महिलाओं में विशेष रूप से चिंताजनक है, क्योंकि यह गर्भपात या जन्म दोष का कारण बन सकता है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस खतरे से बचने के लिए बिल्लियों के मल का परीक्षण करना जरूरी है कि उसमें टॉक्सोप्लाज्मा बैक्टीरिया है या नहीं. यह परीक्षण पिल्लों में भी किया जाता है.
 
4-दूसरा कदम जानवरों के रूम या बक्से को नियमित रूप से साफ करें भोजन और पानी के कटोरे को नियमित रूप से साबुन से साफ करना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण बात, कीटाणुओं को अपने हाथों पर फैलने से बचाने के लिए सफाई के बाद अपने हाथ धोएं.
 
5-गर्भवती महिलाओं के लिए टॉक्सोप्लाज्मोसिस इतना गंभीर है कि विशेषज्ञों के अनुसार, उन्हें गर्भावस्था के दौरान कूड़े के डिब्बे को साफ नहीं करना चाहिए.
 
6-बैक्टीरिया या वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पालतू जानवर के अन्य सामानों की देखभाल करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है.
 
7-यदि आपके पास पालतू जानवर हैं, तो आपको न केवल घर की चीज़ों का, बल्कि बाहरी स्थान का भी ध्यान रखना होगा. 
 
8- कुत्तों में एक और चिंताजनक बीमारी लीशमैनियासिस है. ये प्रोटोज़ोआ मच्छर के काटने से फैलते हैं. ये मच्छर सड़ने वाले कार्बनिक पदार्थों (जैसे कि बगीचे में जमा होने वाली सूखी पत्तियाँ) में प्रजनन करते हैं. इस बीमारी से बचने का एक तरीका यह है कि इस कचरे को जमा न होने दिया जाए.

Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.

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