What Is Burnout Syndrome: वर्कप्लेस पर काम का प्रेशर होने की वजह से बर्नआउट सिंड्रोम हो सकता है. बर्नआउट सिंड्रोम काम का दबाव या तनाव झेलने की वजह से हो सकता है. बर्नआउट सिंड्रोम होने पर काम में मन नहीं लगता है और पूरे दिन बोरियत महसूस होती है.
यह सिंड्रोम एक ही रूटीन को लगातार फॉलो करने की वजह से हो सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, वर्कप्लेस स्ट्रेस की वजह से बर्नआउट सिंड्रोम हो सकता है. आइये आपको इसके लक्षणों के बारे में बताते हैं, साथ ही जानते हैं कि, इससे बचने के लिए क्या करें.
बर्नआउट सिंड्रोम के लक्षण
- काम में मन न लगना
- काम के समय थकान और कमजोरी
- काम में बोरियल महसूस करना
- डेडलाइन तक काम न कर पाना
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- नौकरी को लेकर नेगेटिव रहना
- काम से खुश न रहना
- काम को लेकर स्ट्रेस
- नींद न आना, सिरदर्द और तनाव
बर्नआउट सिंड्रोम से बचाव के तरीके
- अगर आप बर्नआउट सिंड्रोम से बचना चाहते हैं तो हमेशा काम में न उलझे रहें. काम के साथ-साथ खुद को महत्व दें.
- ऑफिस का काम घर पर लेकर न आएं. ऐसा करने से आपका तनाव बढ़ सकता है.
- फैमिली और फ्रेंड्स के साथ समय बिताएं. मनपसंद एक्टिविटी करें. तनाव कम करने के लिए योग और मेडिटेशन करें.
- वर्कप्लेसर पर न कहनें की आदत डालें. दिन भर काम के बारे में सोचना बंद करें. ऐसा करने के लिए फ्री टाइम में पसंदीदा काम करें या गेम्स खेलें, म्यूजिक सुनें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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