10 फरवरी की दोपहर में बॉलीवुड एक्टर मिथुन चक्रवर्ती (Bollywood Actor Mithun Chakraborty) को अस्पताल में एडमिट किया गया और कहा जा रहा है कि उन्हें सेरेब्रोवास्कुलर अटैक (Cerebrovascular Attack) आया था. मिथुन की हालत अब स्थिर है. असल में स्ट्रोक (Stroke) को मेडिकल टर्म में सेरेब्रोवास्कुलर अटैक कहा जाता है.
स्ट्रोक, जिसे सेरेब्रल वैस्कुलर एक्सीडेंट (सीवीए) या मस्तिष्क का दौरा (Brain Stroke)भी कहा जाता है, असल में मस्तिष्क की कोशिकाओं में ब्लड न पहुंच पाने के कारण होता है. अमूमन ये ब्लड प्रेशर के हाई होने पर ही होता है.
स्ट्रोक तब होता है जब ब्रेन के किसी हिस्से में अचानक से ब्लड रुक जाता है और ब्रेन सेल्स को ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता और पोषक तत्वों की कमी के कारण कुछ ही मिनटों में ये सेल्स मरने लगती है. इससे स्थायी मस्तिष्क क्षति, दीर्घकालिक विकलांगता या यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है.
सेरेब्रोवास्कुलर का मुख्य कारण क्या है?
सेरेब्रोवास्कुलर अटैक या स्ट्रोक के दो मुख्य प्रकार हैं: एक इस्केमिक स्ट्रोक जो ब्लड के रुकने से होता है और दूसरा रक्तस्रावी स्ट्रोक जो कि ब्रेन की ब्लड वेसेल्स के फटने के कारण होता है. दोनों प्रकार के स्ट्रोक ब्रेन के कुछ हिस्सों को ब्लड और ऑक्सीजन पहुंचाना रोक देता हैं, जिससे मस्तिष्क की कोशिकाएं मर जाती हैं.
सेरेब्रोवास्कुलर के क्या लक्षण हैं?
- चेहरे, हाथ या पैर में अचानक सुन्नता या कमजोरी (विशेषकर शरीर के एक तरफ)
- अचानक भ्रम, बोलने में परेशानी, या भाषण समझने में परेशानी.
- एक या दोनों आँखों से देखने में अचानक परेशानी होना.
- चलने में अचानक कठिनाई, चक्कर आना, संतुलन या समन्वय की हानि.
- बिना किसी ज्ञात कारण के अचानक गंभीर सिरदर्द.
क्या स्ट्रोक से कुछ दिन पहले चेतावनी के संकेत होते हैं?
कुछ लोगों को गंभीर स्ट्रोक होने से कई दिन पहले सिरदर्द, सुन्नता या झुनझुनी जैसे लक्षणों का अनुभव होगा . एक अध्ययन में पाया गया कि स्ट्रोक के 43% रोगियों को बड़ा स्ट्रोक होने से एक सप्ताह पहले तक मिनी स्ट्रोक के लक्षणों का अनुभव होता है.
स्ट्रोक का गोल्डन ऑवर क्या है?
यूसीएलए में अध्ययन के प्रमुख लेखक और न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. जेफरी एल. सेवर का कहना है कि गोल्डन ऑवर' स्ट्रोक की शुरुआत के पहले 60 मिनट होता है, ये रक्त प्रवाह को बहाल करने और खतरे वाले ऊतकों को बचाने का सबसे बड़ा मौका होता है.
क्या सेरेब्रोवास्कुलर अटैक का इलाज संभव है?
कुछ लोग पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं, लेकिन दूसरों को दीर्घकालिक या आजीवन विकलांगता होती है . नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर एंड स्ट्रोक से स्ट्रोक से बचना मरीज के अस्पताल पहुंचने और उसके व्यकिगत नुकसान पर निर्भर करती है.
(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)
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