Eye Flu को क्यों कहते हैं पिंक आई? जानिए लक्षण, बचाव और इससे जुड़ी ये जरूरी बातें

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jul 26, 2023, 05:47 PM IST

Eye Flu को क्यों कहते हैं पिंक आई? जानिए लक्षण, बचाव और इससे जुड़ी ये जरूरी बातें

Eye-Flu Prevention: पिछले कुछ दिनों में आई फ्लू के मामले तेजी से बढ़े हैं. ऐसे में इससे सावधानी बरतना बहुत ही जरूरी है. यहां जानिए क्या हैं इसके लक्षण और बचाव का आसान तरीका...

डीएनए हिंदीः पिछले कुछ दिनों से तेज बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं और इस वजह से आसपास बाढ़ की स्थिति बनी हुआ है. इसके अलावा दिल्ली समेत देश के कई अन्य इलाकों में घरों में पानी भर गया है. बाढ़ के पानी और जलभराव के कारण कई तरह की गंभीर बीमारियां भी फैल (Eye Flu In Delhi) रही हैं. बता दें कि पिछले कुछ दिनों में आई फ्लू (Eye Flu) के मामले भी तेजी से बढ़े हैं और छोटे-बड़े हर उम्र के लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में जरूरी है कि आपको आई फ्लू के संक्रमण, लक्षण और बचाव से जुड़ी जानकरी पता हो. आज हम आपको आई फ्लू या पिंक आई से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातें बताएंगे, जिसके बारे में आपको जानकारी होना आवश्यक है. इससे आप आसानी से इस बीमारी को समझ सकते हैं और समय पर इसका इलाज कर सकते हैं...

Eye Flu को ही कहते हैं पिंक आईज

बता दें कि आई फ्लू को कंजंक्टिवाइटिस और पिंक आई भी कहा जाता है. इसमें कंजंक्टिवा पलक के अंदर की परत और आंखों के सफेद भगा को ढकने वाले पार्ट में सूजन होती है और कंजंक्टिवाइटिस के कारण आंखों का यही सफेद हिस्सा गुलाबी या लाल हो जाता है. यही वजह है कि इसे पिंक आई कहते हैं. 

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क्या हैं इसके लक्षण  (Eye-Flu Symptoms)

  • आंखों का लाल या गुलाबी होना
  • आंखों में सूजन, खुजली और जलन होना
  • लाइट में दिक्कत महसूस होना
  • सफेद कीचड़ या चिपचिपा पदार्थ आंखों से निकलना
  • आंखों से सामान्य से ज्यादा आंसू आना

आई फ्लू से बचने का ये है घरेलू उपाय  (Eye Flu Home Remedies)

-ऐसी स्थिति में हाथों की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें और हाथों को बार-बार धोते रहें. क्योंकि गंदे हाथों से कंजंक्टिवाइटिस फैलने का खतरा रहता है.

-आंखों के मेकअप और टॉवेल को किसी के साथ शेयर न करें. क्योंकि यह संक्रमण एक से दूसरे में आसानी से फैलता है.

-इसके अलावा टॉवेल को बार-बार धोते रहें और साफ कपड़े ही पहनें.

-इसके अलावा आंखों के ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल ना करें. 

-साथ ही तकिए के कवर को बार-बार बदलते रहें.

-बता दें कि कंजंक्टिवाइटिस संक्रामक बीमारी है, इसलिए आई फ्लू होने पर किसी को करीब जाने से बचें.

आंखों में दर्द से बचने का उपाय (Eye Care Tips)

-ऐसी स्थिति में थोड़े-थोड़े समय पर ठंडे पानी से आंखों को धोते रहें.

-बता दें कि गुलाब जल से आंखों को धोने से इंफेक्शन कम होता है और गंदगी हटती है.

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ठीक होने में लगता है इतना समय 

-बता दें कि कंजंक्टिवाइटिस या आई फ्लू को पूरी तरह ठीक होने में कम से कम 5 से 10 दिन का वक्त लग सकता है. इस दौरान आंखों की देखभाल करें और किसी भी तरह की गलती ना करें जिससे ये समस्या और बढ़ जाए.

आई फ्लू से संक्रमित होने पर तुरंत करें ये काम ( Eye-Flu Treatment)

  • ऐसी स्थिति में आंखो में इंफेक्शन होने पर सबसे पहले डॉक्टर को दिखाएं.
  • साथ ही डॉक्टर की बताई दवाएं नियमित तौर पर लें.
  • इस दौरान ना किसी का तौलिया या रूमाल यूज करें और ना ही उन्हें अपना करने दें.
  • आंखों में इंफेक्शन होने पर चश्मा लगाएं और लेंस भूलकर भी न लगाएं.
  • इंफेक्शन होने के बाद बाहर न निकलें और घर पर ही रहें.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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