Dos and Don'ts in Heat Stroke: पारा हो रहा 50 डिग्री पार, ऐसे में क्या करें-क्या नहीं, हीट स्ट्रोक के लक्षण भी जान लें

Written By ऋतु सिंह | Updated: May 26, 2024, 02:14 PM IST

हीट स्ट्रोक से बचने के लिए क्या करें, क्या नहीं

Heat Stroke precaution: उत्तर भारत में नौतपा की शुरुआत हो गया है और 47 से लेकर 50 डिग्री तक टेंपरेचर पहुंच चुका है. ऐसे में शरीर को हीट वेव से बचाने के लिए क्या करें और क्या नहीं जरूर जान लें.

Loo symptoms and Precaution: गर्म लहर की स्थिति  के कारण शारीरिक तनाव उत्पन्न कर देता है, जिससे हार्ट अटैक से लेकर बेहोशी तक हो सकती है.लंबे समय तक गर्मी और धूप में रहने से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है. अगर अचानक से आपका मुंह सूखने लगे, पानी पी कर भी प्यास नहीं बुझ रही और थकावट और बेहोशी के साथ काफी पसीना निकलने लगे तो समझ लें हीट स्ट्रोक का ये लक्षण है. इसके अलावा मतली, चक्कर आना, सिरदर्द और मांसपेशियों में ऐंठन के साथ-साथ, गर्म, शुष्क, लाल त्वचा और भ्रम की स्थिति भी हीट स्ट्रोक से हो सकती है.

लू के प्रभाव को कम करने तथा और हीट स्ट्रोक से बचने के लिए क्या करें और क्या नहीं, ये जानना जरूरी है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन ने गर्मी से बचने के लिए कुछ दिशानिर्देश भी दिये हैं, चलिए इसे जान लें.

  1. धूप में बाहर जाने से बचें, विशेष रूप से दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच.  जितनी बार संभव हो पानी पीएं.
  2. हल्के रंग के ढीले और सूती कपड़े पहनें. धूप में बाहर जाते समय सुरक्षा चश्मा, छाता/टोपी, जूते या चप्पल का उपयोग करें.
  3. जब बाहर का तापमान ज़्यादा हो तो ज़्यादा मेहनत वाली गतिविधियां करने से बचें. दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर काम करने से बचें.
  4. यात्रा करते समय अपने साथ पानी रखें. पानी में नमक-चीनी और नींबू मिलाकर पीएं.
  5. शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचें, क्योंकि ये डिहाइड्रेशन का कारण बनते हैं.
  6. हाई प्रोटीन वाले भोजन से बचें क्योंकि ये शरीर से पानी कम करते हैं.
  7. यदि आप बाहर काम करते हैं तो टोपी या छाता का उपयोग करें और अपने सिर, गर्दन, चेहरे और अंगों पर नम कपड़ा भी रखें
  8. यदि आप बेहोशी या बीमार महसूस करें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
  9. ओआरएस पीते रहें या  घर में बने लस्सी, माड़, नींबू पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें जो शरीर को पुनः हाइड्रेट करने में मदद करते हैं.
  10. बेहोशी आने पर ठंडी जगह पर मरीज को लिटाएं, गीले कपड़े से पोंछें/शरीर को बार-बार धोएं. सिर पर सामान्य तापमान का पानी डालें. शरीर के तापमान को कम करना है.
  11. व्यक्ति को ओआरएस या नींबू का शर्बत दें जो तुरंत शरीर को रिहाइड्रेट करें.

ध्यान रहे गर्मी से बचने का सबसे अच्छा तरीका है बाहर कम से कम निकलना और अधिक से अधिक पानी और रसीले फलों का खाना.

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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